लखनऊ के पहले ऑर्गैनिक रेस्टोरेंट का उद्घाटन करने VIP बनकर पहुंची ‘देसी गाय’

अगर हम कहें VIP तो आपके दिमाग में किसी नेता, एक्टर, क्रिकेटर, बिज़नेसमैन की ही तस्वीरें घूमेंगी. VIPs के द्वारा स्टोर्स, रेस्टोरेंट, मॉल, स्टेडियम आदि प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन किया जाता है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रदेश का पहला ऑर्गैनिक रेस्टोरेंट खुला. ज़ाहिर है इसका उद्घाटन करने के लिए भी एक VIP को बुलाया गया लेकिन ये VIP कोई नेता, एक्टर, क्रिकेटर या बिज़नेसमैन नहीं बल्कि एक ‘देसी गाय’ थी. अब देसी गाय द्वारा रेस्टोरेंट उद्घाटन की तस्वीरें सामने आई है.

देसी गाय ने किया रेस्टोरेंट का उद्घाटन

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गाय या गौ माता को हिन्दू धर्म में पूजनीय माना जाता है. बहुत से लोग दूध ही नहीं, गौ मूत्र और गोबर का सेवन भी करते हैं. गाय को प्राणियों में सबसे पवित्र कहा जाता है. जब लखनऊ में पहला ऑर्गैनिक रेस्टोरेंट खुला तब इसका उद्घाटन भी गिर नस्ल की देसी गाय से करवाया गया.

ऑर्गैनिक फ़ूड में हानिकारक कीटनाशक और केमिकल्स का इस्तेमाल नहीं किया जाता. आजकल बहुत से लोग सेहत का ध्यान रखने के लिए ऑर्गैनिक फ़ूड ही चुनते हैं. ये महारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है.

होम डिलीवरी की भी सुविधा

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उत्तर प्रदेश के पूर्व डीएसपी शैलेंद्र सिंह ने ‘ऑर्गैनिक ओएसिस’ नामक इस रेस्टोरेंट की शुरुआत की है. यहां जूस, अंकुरित अनाज से लेकर पिज़्ज़ा-बर्गर तक सबकुछ मिलेगा. जो लोग अपने घर के लिए शाक-सब्ज़ियां ले जाना चाहते हैं वो यहां से खरीद सकते हैं. इसके साथ ही होम डिलीवरी का भी ऑप्शन दिया जाएगा.

पूर्व डीएसपी सिंह ने बताया, ‘ये रेस्टोरेंट सुशांत गोल्फ़ सिटी में लुलु मॉल के पास खुला है. ये लखनऊ का पहला ऑर्गैनिक रेस्टोरेंट है यहां बहुत सारी वैराइटी मिलेगी. खाने-पीने की चीज़ें कम दाम पर मिलेंगी.’

पूर्व डीएसपी शैलेंद्र सिंह ने ये भी बताया कि उनकी गौशाला से खाद ले जाकर खेत में डाला जाता है. वो बिना केमिकल्स के फल-सब्ज़ियां उगाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने ये भी कहा कि आजकल बाहर के खाने में गंदा तेल इस्तेमाल किया जा रहा है जिसकी वजह से लोग बहुत बीमार पड़ रहे हैं. India Today की रिपोर्ट के अनुसार रेस्टोरेंट में इस्तेमाल होने वाले मसाले केरल के ऑर्गैनिक फ़ार्म से मंगाए गए हैं.

पूर्व डीएसपी शैलेंद्र सिंह ने 2004 में पुलिस सर्विसेज़ से इस्तीफ़ा दे दिया था. उन्होंने बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी को POTA के तहत गिरफ़्तार करने की राय दी थी. योगी सरकार के आने के बाद वाराणसी कोर्ट ने शैलेंद्र सिंह को सभी इल्ज़ामों से बरी किया.