गुरुकुल स्कूल की वरिष्ठ प्रधानाचार्य गुरप्रीत माथुर अस्वस्थ्य होने के बावजूद भी बच्चों के भविष्य के लिए बेहद चिंतित दिखी | जिस समय उन्हें अपने शरीर को आराम देना चाहिए था वह बच्चों को ऑनलाईन आकर मार्गदर्शन करती नज़र आई | उनहोंने टीचर डे पर यह साबित कर दिया कि अभी भी ऐसे अध्यपाक है जो अपने से ज़्यादा अपने विद्यार्थियों की चिंता करते है | उन्होंने विद्यार्थियों को किस तरह से कामयाब होना है इस बारे में ऑनलाइन कार्यशाला में आवश्यक टिप्स दिए साथ में बच्चों के परिजनों का भी आवश्यक मार्गदर्शन किया गया | ताकि वह घर पर अपने बच्चों को सुमार्ग पर लाने के लिए उनका सशक्तिकरण कर सकें |
गुरुकुल स्कूल की वरिष्ठ प्रधानाचार्य गुरप्रीत माथुर ने बताया कि उनके द्वारा बच्चों और परिजनों के लिए ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमे जहाँ एक और विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया गया वहीँ परिजनों को भी बताया गया कि वह बच्चों के बेहतर भविष्य को लेकर क्या योगदान दे सकते है ताकि विद्यार्थियों को सशक्ति करण हो सके | उन्होंने बताया कि कुछ विद्यार्थी अपनी असफलताओं से बहुत जल्दी परेशान और हताश हो जाते है लेकिन अगर परिजन उनका हौंसला बढ़ाएं ताकि वह सुमार्ग पर चल सकें | उन्होंने कहा कि विद्यार्थी अपने जीवन में बड़े से बड़ा जोखिम उठा कर कैसे एक कामयाब इंसान बन सके इस लिए इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है |
2020-09-05