जिला परिषद में 6 प्रत्याशियों की जमानत जब्त करवाने वाले देसराज मोदगिल ने विधानसभा चुनावों के लिए कसी कमर

बतौर सिविल इंजीनियर प्रदेश में  सेवाएं दे कर जहाँ  एक और देसराज  मोदगिल ने प्रदेश के विकास में अहम योगदान दिया वहीँ दूसरी और उन्होंने समाज सेवक के रूप में भी अपनी अलग पहचान बनाई।   पिछले कई दशकों से वह प्रदेश वासियों के लिए निस्वार्थ भाव से कार्य कर रहे हैं।    मोदगिल बंगाणा विधानसभा क्षेत्र के वार्ड से पंचायत समित सदस्य भी रहे हैं और जिला परिषद के सदस्य का चुनाव भी जीत चुके हैं। जिला परिषद में मोदगिल की जीत ऐसी थी कि विरोध में खड़े सभी 6 प्रत्याशियों की जमानत जब्त करवा दी थी। वर्ष 2004 में देसराज मोदगिल पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के आशीर्वाद के साथ कांग्रेस में शामिल हुए और हमेशा संगठन को मजबूत करने के लिए मेहनत करते रहे। वर्तमान में मोदगिल प्रदेश कांग्रेस के सचिव और ऊना जिला के उपाध्यक्ष हैं। बंगाणा विधानसभा क्षेत्र ब्राह्मण बाहुल्य है। जिससे ब्राह्मण नेता के रुप में उभरे देसराज मोदगिल को कांग्रेस हाईकमान जिताऊ उम्मीदवार के रुप में देख रही है।  जहाँ एक और कांग्रेस कार्यर्कता  वहीं दूसरी और क्षेत्र वासी भी चाहते है कि देसराज मोदगिल यहाँ से विधायक बने।  उनकी कर्मठता से हाई कमान भी काफी प्रभावित दिख रहा है क्योंकि वह उनके क्षेत्र में हो रही रैलियों में भी अपनी शक्ति का प्रदर्शन कर यह दर्शा चुके है कि उनसे बेहतर प्रत्याशी उन्हें  नहीं मिलने वाला है। अब देखना यह है कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व किस पर विश्वास जताता है।