Dev Prabodhini Ekadashi: देव प्रबोधिनी एकादशी से शादियों का सीजन शुरू हो जाएगा और इससे शादी वाले घरों में रौनक भी शुरू हो जाएगी। इस दौरान दुल्हा दुल्हन के लिए कमरे तैयार किए जाते हैं। आज हम इस स्टोरी में आपको बताएंगे कि वास्तु के अनुसार, नव विवाहित लोगों का बेडरूम कैसा होना चाहिए। आइए वास्तु के अनुसार जानते हैं कि कैसा होना चाहिए दुल्हा दुल्हन का कमरा…
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4 नवंबर को देव प्रबोधिनी एकादशी है इस दिन भगवान विष्णु चातुर्मास में शयन के बाद योग निद्रा से जागते हैं। भगवान विष्णु के जागने के बाद से विवाह आदि मंगल कार्य शुरू हो जाते हैं। नए शादीशुदा जोड़े का वैवाहिक जीवन खुशहाल रहे, ऐसी कामना सभी करते हैं। शादीशुदा जीवन हमेशा खुशहाल बना रहे, इसके लिए उनका बेडरूम सबसे बड़ा योगदान देता है। वास्तु के अनुसार, नए शादीशुदा लोगों के जीवन में आनंद की वर्षा हमेशा बनी रहे इसलिए बेडरूम में कुछ खास तरीके से सजाया जाना चाहिए। वास्तु के इन टिप्स से जहां यादगार लम्हें बनेंगे, वहीं दोनों एक-दूसरे को जानेंगे और समझेंगे भी। आइए जानते हैं वास्तु के अनुसार, दुल्हा दुल्हन का कमरा कैसे सजाना चाहिए।
इन रंगों का करें प्रयोग
वास्तु शास्त्र में दुल्हा दुल्हन के बेडरूम को लेकर कुछ नियम बताए गए हैं, जिसके अनुसार, बेडरूम की दीवारों का रंग बहुत गहरा नहीं होना चाहिए। गहरे रंगों से संबंधों में तनाव जल्दी आ जाता है। हमेशा नए कपल्स के लिए हल्के रंगों का प्रयोग करना चाहिए। आप गुलाबी, आसमानी, हरा या पीले रंग का प्रयोग कर सकते हैं। इन रंगों से कमरे में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
इस दिशा में सोएं पति पत्नी
पति पत्नी के बीच हमेशा प्रेम और समझदारी बनी रहे इसके लिए पत्नी को पति के बायीं ओर सोना चाहिए। इसके पीछे कारण यह है कि पत्नी को पति का बायां अंग माना गया है, वहीं पति को पत्नी का दायां हिस्सा माना गया है। ऐसा करने से पारिवारिक जीवन में संतुलन बना रहता है। वहीं अगर बेडरूम में टॉयलेट है तो उसका दरवाजा हमेशा बंद रखना चाहिए अन्यथा इसकी नकारात्मक ऊर्जा जीवन में कड़वाहट ला सकती है।
ऐसे होना चाहिए नए कपल्स का बेड
नए पति-पत्नी को बेड हमेशा लकड़ी का चुनना चाहिए और एक गद्दे का ही बेड होना चाहिए। धातु में ठंडी ऊर्जा तो लकड़ी में हमेशा गर्म ऊर्जा बनी रहती है। साथ ही बेड के नीचे कभी कबाड़ या कचरा जैसी चीजें ना रखें। साथ ही ध्यान रखें कि बेड बेडरूम के दरवाजे के पास नहीं होना, ऐसा करने से मन व्याकुलता बनी रहती है।
इस दिशा में होना चाहिए बेडरूम
नए विवाहित जोड़े का कमरा हमेशा घर के उत्तर-पश्चिम में होना चाहिए। इस दिशा को आकर्षण की दिशा माना जाता है। इस दिशा में कमरा होने से हमेशा दोनों के बीच संबंध मधुर रहेंगे। अगर इस दिशा में कमरा नहीं है तो दक्षिण-पूर्व दिशा में भी कमरा बनवा सकते हैं। इस दिशा में अग्नि का वास माना गया है, जिससे पति-पत्नी के बीच में हमेशा प्रेम व उत्साह बना रहेगा। कभी भी कमरा उत्तर की ओर ना हो या कमरे में उत्तर-पूर्व की ओर बेड ना लगाएं।
कमरे में नहीं होना चाहिए दर्पण
दुल्हा दुल्हन के कमरे में हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि बेड के सामने या पीछे दर्पण ना हो। अगर किसी कारण वश दर्पण है और उसको हटाना संभव नहीं है तो सोने से पहले उस पर कपड़ा डाल दें। किसी भी स्थिति में सोते हुए कपल्स की परछाई दर्पण में नहीं होनी चाहिए। वहीं हमेशा सिर को दक्षिण दिशा और पैर को उत्तर की तरफ करके सोना ठीक रहता है।