सराज घाटी के देव शैटी नाग रुष्ट हुए, तो हो जाती है गड़बड़, यह है इतिहास

सराज घाटी के देव शैटी नाग को शेषनाग के रूप में माना जाता है। यह देवता नियमित रूप से शिवरात्रि महोत्सव में शिरकत करते हैं। शैटी देवता राजाओं के समय से ही छोटी काशी आते हैं और शिवरात्रि महोत्सव के दौरान निकलने वाली जलेबों में भी शिरकत करते हैं।

जलेब में अधिकतर देवताओं को शामिल होने का अवसर नहीं मिलता, लेकिन शैटी नाग जलेब में भी शिरकत करते हैं। यह एक ऐसे देवता हैं जो राज माधव राय मंदिर में शिवरात्रि के दौरान निवास करते हैं।

कारदार हिम्मत राम ने कहा कि देव शैटी नाग की विशेषता यह है कि अगर कोई उनकी पवित्रता को भंग कर दे तो देवता रूठ जाते हैं। उसी प्रकार अगर जलेब के समय भी अगर प्रशासन द्वारा कोई गड़बड़ की जाती है, तो देवता रुष्ट हो जाते हैं।