Dhar: कारम डैम का मुआयना कर बोले कमलनाथ, भाजपा सरकार में कोई काम बिना दलाली के नहीं होता

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मंगलवार को धार जिले में कारम डैम का मुआयना किया। वे प्रभावित लोगों से मिले और डैम में लीकेज के लिए बीजेपी सरकार के भ्रष्टाचार को जिम्मेदार ठहराया। कमलनाथ ने आरोप लगाया कि इस सरकार में कोई काम बिना दलाली के नहीं होता।

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धारः मध्य प्रदेश के धार जिले में स्थित भारूडपुरा-कोठीदा के बांध में लीकेज के बाद पांच दिन की जद्दोजहद कर प्रशासन ने पानी की निकासी का रास्ता सुलझा लिया। इससे हजारों परिवार के घर डूबने से बच गए। एक तरफ सफल ऑपरेशन के बाद सरकार और प्रशासन अपनी पीठ थपथपा रहा है तो दूसरी तरफ कांग्रेस की ओर से आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। मंगलवार को बांध का मुआयना करने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इसके निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार में कोई काम बिना दलाली के नहीं होता।

साथ आया कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल
मंगलवार सुबह कमलनाथ दुधी मिर्ची मंडी के हेलीपैड पर पहुंचे और बांध का मुआयना करने के लिए निकल गए। कांग्रेस के स्थानीय विधायक पांचीलाल मेड़ा, पूर्व मंत्री हनी बघेल, उमंग सिंघार और जीतू पटवारी सहित जिलाध्यक्ष बालमुकुंद गौतम, महेश्वर विधायक विजयलक्ष्मी साधो, पार्टी नेता भीम सिंह ठाकुर और कमल यादव भी मौजूद थे।

प्रभावित लोगों से मिले
बरसते पानी के बीच उन्होंने धरमपुरी तहसील के दूधी गांव में पहुंचकर प्रभावित ग्रामीणजनों से बातचीत की। प्रभावित किसानों ने बताया कि इस आपदा में उनकी फसल बह गई है, घर बह गए हैं, खेत की मिट्टी भी बांध के पानी के साथ बह गई है। खेतों में बहकर पत्थर आ गए हैं, जिससे आगे से अब खेती करना भी मुश्किल होगा। सरकार ने अभी तक कोई सर्वे कार्य शुरू नहीं किया है, ना ही उन्हें कोई मुआवज़ा मिला है।

भाजपा शासन में हर जगह भ्रष्टाचार
मुआयना के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कमलनाथ ने बताया कि भाजपा शासन ने भ्रष्टाचार की सारी हदें पार कर दी और जनता की कमाई का 304 करोड़ रुपया पानी में बहा दिया। इसके बाद भी किसी अधिकारी के कान में जूं तक नहीं रेंगी। वे ऑपरेशन “कारम डैम” के लिए वाहवाही लूटने के प्रयास में लगे हैं, जबकि पूरी नाकामी उन्हीं की थी। यही कारण है कि पांच दिन बाद एक भी दोषी अधिकारी पर कार्रवाई नहीं हुई। इतने बड़े मामले में लचीलापन और ढीला बर्ताव मध्य प्रदेश शासन और शिवराज सरकार की जिम्मेदारी की पोल खोल रहा है।

बिना दलाली के कोई काम नहीं
कमलनाथ ने कहा कि जिस जगह पर यह बांध बना, वहां आदिवासी लोग रहते हैं। उनके मुआवजे से लेकर अन्य परेशानियों के बारे में शासन-प्रशासन ने समय रहते कोई प्रयास नहीं किया। गुणवत्ता हीन बांध बनाकर सैकड़ों ग्रामीणों की जान मुसीबत में डाल दी। दरअसल, मध्य प्रदेश सरकार ने भ्रष्टाचार का सुपर मार्केट खोल दिया है जहां बिना दलाली के कोई काम नहीं होता।

विधानसभा में उठेगा मामला
कमलनाथ ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इनके पास 14 महीने और हैं। जितना खरीद-फरोख्त करना है, कर लें। उसके बाद जनता इन्हें किसी कीमत पर माफ नहीं करेगी। जितने भी पुल और डैम बने हैं, सब में भ्रष्टाचार हुआ है। कारम बांध में लीकेज के चलते आदिवासियों की जमीन व फसल तबाह हो गई है। उन्होंने पीड़ित परिवारों को चार गुना मुआवजा देने की मांग भी की। उन्होंने यह मामला विधानसभा में उठाने की बात भी कही।

मंत्री के करीबी पर लगाए आरोप
पूर्व मंत्री और विधायक जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि कारम डैम के अलावा प्रदेश में जहां पर भी बड़े निर्माण कार्य हो रहे हैं, वहां पर जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है। भाजपा के शासन में बिना भ्रष्टाचार और बिना कमीशन के कोई काम नहीं होता। मंत्रियों के करीबी वीरेंद्र पांडे पर आरोप लगाया कि कांग्रेस के शासनकाल में ऐसे भ्रष्ट को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया था, लेकिन जैसे ही धोखाधड़ी से सरकार बदली भ्रष्टाचार का काम फिर शुरू हो गया। भारूडपुरा का डैम बनाने का काम ब्लैक लिस्टेड ठेकेदार को दिया गया। यह सब प्रशासन और शिवराज सरकार की सांठगांठ से हुआ।