Diamond Business Tycoon: पूरे गांव को फ्री में बिजली देने वाले इस ढोलकिया परिवार के बारे में जानते हैं आप?

solar power: गांव के घरों में सोलर पैनल लगाने से पहले एक सर्वे किया गया। इसमें अनुमान लगाया गया कि गांव में बिजली की खपत कितनी है। इसके बाद गांव के घरों में सोलर पैनल लगाने का काम शुरू किया गया। इस दौरान गावं में सभी घरों में 1 किलोवाट से लेकर 3 किलोवाट तक की क्षमता के सोलर पैनल लगाए गए हैं।

 

Diamond Business Tycoon
गोविंद ढोलकिया का जन्म गुजरात के गांव में गरीब किसान परिवार में हुआ था

नई दिल्ली: गुजरात में अमरेली जिले के गांव दुधाला में इस बार दीपावली कुछ खास होगी। दीपावली पर गांव दीयों की रोशनी से नहीं बल्कि झालरों की जगमगाहट से रोशन होगा। दरअसल गुजरात में श्री राम कृष्णा एक्सपोर्ट्स डायमंड मैन्युफैक्चरिंग फर्म के मालिक ढोलकिया परिवार ने अमरेली जिले के अपने पैतृक गांव दुधाला में लगभग 850 परिवारों को सोलर पैनल रूफटॉप्स गिफ्ट किए हैं। अब दुधाला देश का पहला ऐसा गांव बन गया है जो बिना किसी सरकारी सब्सिडी के 100 फीसदी सौर ऊर्जा से संचालित होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं ढोलकिया परिवार के बारे में जिसने पूरे गांव को फ्री में बिजली दी है। चलिए आपको बताते हैं किस तरह से संघर्ष करते हुए आज ये परिवार सफलता की इतनी बुलंदियों पर पहुंचा।

कभी पॉलिश करते थे हीरे आज एक अरब डॉलर की कंपनी के मालिक
गोविंद ढोलकिया ने 1970 में श्री रामकृष्णा एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की और अपनी मेहनत के दम पर इसे दुनिया की सबसे बड़ी हीरे काटने और निर्यात करने वाली कंपनी बनाया। गोविंद ढोलकिया का जन्म गुजरात के गांव में गरीब किसान परिवार में हुआ था। वे कुल 7 भाई बहन थे और उनके बचपन में भी एक आम गरीब बच्चे की तरह बेहतर सुविधाओं और शिक्षा का आभाव था। ढोलकिया ने अपनी आत्मकथा में बताया कि वे 1964 में अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने के पहली बार सूरत आए थे, लेकिन उनकी आंखों में कुछ अलग और बड़ा करने का सपना था। उन्होंने हीरे के व्यापार में अपने कैरियर की शुरुआत डायमांड पॉलिश करने से की।

कर्मचारियों को देते हैं महंगे गिफ्ट
खुद अभावों में अपना बचपन बिताने वाले गोविंदभाई ढोलकिया हमेशा अपने कर्मचारियों का ध्यान रखते हैं। हाल ही में गोविंदभाई ढोलकिया अपने कर्मचारियों और उनके परिवार को कंपनी के खर्चे पर दस दिन के टूर पर लेकर गए थे। इसके अलावा वो अपने स्टाफ को कार और घर तक गिफ्ट कर चुके हैं।

भगवान राम के हैं बड़े भक्त
राम मंदिर निर्माण के अभियान के तहत निधि संग्रह की प्रक्रिया में गुजरात के हीरा व्यापारी गोविंद भाई ढोलकिया ने राम मंदिर निर्माण के लिए दान देकर सभी को चौंका दिया था। वह बड़े रामभक्त हैं और सालों से आरएसएस के साथ जुड़े हुए हैं। 1992 में हुई राम मंदिर पहल में भी वो शामिल थे इसी के चलते उन्होंने अपनी श्रद्धा और आस्था से भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के लिए 11 करोड़ का दान दिया।

गांव में लगाए गए 276.5 किलोवाट क्षमता के संयंत्र
ढोलकिया के श्री राम कृष्ण नॉलेज फाउंडेशन (SRKKF) ने सोलर पैनल निर्माता और प्लांट डेवलपर गोल्डी सोलर के साथ साझेदारी करके इस परियोजना को अंजाम दिया है। पूरे गांव में 232 घरों, दुकानों और अन्य प्रतिष्ठानों में कुल 276.5 किलोवाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए गए हैं। गांव में सिर्फ उन्हीं घरों में सौर पैनल नहीं लग पाए हैं जो सालभर से बंद पड़े हुए हैं।

सोलर पैनल लगाने से पहले किया गया सर्वे
गांव के घरों में सोलर पैनल लगाने से पहले एक सर्वे किया गया। इसमें अनुमान लगाया गया कि गांव में बिजली की खपत कितनी है। इसके बाद गांव के घरों में सोलर पैनल लगाने का काम शुरू किया गया। इस दौरान गावं में सभी घरों में 1 किलोवाट से लेकर 3 किलोवाट तक की क्षमता के सोलर पैनल लगाए गए हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, गांव की सरपंच गीता सतिया ने टीओआई को बताया कि अब गांव के हर घर में छत पर सोलर पैनल लगे हुए हैं। ये एक यादगार पल है। इससे गांव के विकास पर असर पड़ेगा। अब गांव का विकास तेजी से होगा। वहीं इससे गांववालों को भी काफी मदद मिलेगी।

इस तरह आया पूरे गांव में सोलर पैनल लगवाने का आइडिया
SRK एक्सपोर्ट्स के संस्थापक गोविंद ढोलकिया के मुताबिक, पिछले साल उनका लीवर ट्रांसप्लांट हुआ था। इससे उन्हें नया जीवनदान मिला था। इसके बाद वह समाज को भी कुछ वापस देना चाहते थे। समाज के लोगों की मदद करना चाहते थे। उन्होंने इस बारे में अपने परिवार के सदस्यों से सुझाव मांगा था।

गांव के लोगों को कई सालों तक मिलेगा फायदा
ढोलकिया बताते हैं कि इस परियोजना से गांव के लोगों को कई सालों तक बड़ा आर्थिक फायदा होगा। इससे लोगों के साथ पर्यावरण पर भी अच्छा प्रभाव पड़ेगा। परिवार को उम्मीद है कि उनकी ये पहल बाकी के गांव और व्यवसायियों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करेगी।

गांव में सभी लोग हैं खुश
सोलर पैनल लगने के बाद पूरे गांव में खुशी का माहौल है। टीओआई की खबर के मुताबिक, गांव वाले खुश हैं कि अब उनका बिजली का बिल बचेगा। गांव निवासी एक किसान के मुताबिक, अभी उनके परिवार में चार लोग हैं। इस दौरान दो महीने का बिजली का बिल करीब 700 रुपये आता है। अब उनके घर में एक किलोवॉट का सोलर पैनल लग गया है। इससे उनके ये रुपये हमेशा बचेंगे।