भारत-इंग्लैंड मैच से शुरू हुआ मांकड़िंग विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. इस विवाद के कारण क्रिकेट जगत से लेकर क्रिकेट के फैंस तक के बीच बहस छिड़ गई है. जिन्हें अभी तक इस बारे में नहीं पता उन्हें बता दें कि मांकड़िंग एक तरह से रन आउट करना है.
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इससे पहले इस तरह से आउट करने पर भारतीय गेंदबाज आर अश्विन पर सवाल उठे थे. इस बार ये विवाद भारतीय महिला टीम की गेंदबाज दीप्ति शर्मा को लेकर उठ रहे हैं. ये विवाद उस समय शुरू हुआ जब 24 सितंबर को भारत और इंग्लैंड की महिला टीमों के बीच तीसरा वन डे मैच खेला जा रहा था.
शुरू हुआ मांकडिंग विवाद
लॉर्ड्स में खेले जा रहे वन डे सीरीज के अंतिम मुकाबले में इंग्लिश टीम जीत से सिर्फ़ 17 रन दूर थी. 44वां ओवर शुरू हुआ और गेंद आई ऑफ स्पिनर दीप्ति शर्मा के हाथ में. उन्होंने गेंद फेंके बिना, क्रीज से बाहर जा चुकी चार्ली डीन को मांकडिंग से रन आउट कर दिया. इसके साथ ही भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ 3-0 से वनडे सीरीज जीत ली. मैच खत्म हुआ, भारत मैच के साथ सीरीज जीता लेकिन इसके साथ ही फिर से शुरू हो गया मांकडिंग विवाद.
दी थी डीन को चेतावनी
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इस मामले में दीप्ति शर्मा का कहना है कि उन्होंने, चार्ली डीन को पहले से क्रीज छोड़ने पर कई बार चेतावनी दी गई थी. इसके साथ ही अंपायर से भी शिकायत की थी लेकिन इन सबके बावजूद वो न मानीं और बार बार क्रीज से बाहर जाती रहीं. ऐसे में दीप्ति ने उन्हें आउट कर दिया.
शुरू हुई ट्विटर पर बहस
विवाद की शुरुआत में इंग्लैंड के दिग्गज गेंदबाज जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड ने ट्विटर पर बहस छेड़ दी और इस मामले में कूद पड़े. स्टुअर्ट ब्रॉड ने कहा कि ये खेल खत्म करने का सही तरीका नहीं है. उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘एक रन आउट? मैच को खत्म करने का बेहद खराब तरीका.’
इसके तुरंत बाद गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने भी निशाना साधते हुए लिखा, ‘कभी नहीं समझ पाउंगा कि खिलाड़ियों को ऐसा करने की जरूरत क्यों पड़ती है? क्या वह बढ़त ले रही है?’
स्टुअर्ट ब्रॉड ने लिया सचिन का नाम
स्टुअर्ट ब्रॉड तो इस मामले में क्रिकेट के महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर का नाम लेने से भी पीछे नहीं हटे. दरअसल, पूर्व क्रिकेटर डोडा गणेश ने ब्रॉड के ट्वीट पर रिप्लाई देते हुए उनके ही एक मैच की याद ताजा की और लिखा कि, ‘गेंद पर बल्ले का किनारा लग कर पहली स्लिप में जाने के बावजूद मैदान पर ऐसे खड़े रहना, जैसा कि कुछ हुआ ही नहीं. सही में भयानक है. रन आउट नहीं. मुझे लगता है कि मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड को क्रिकेट के नियमों पर अपने बेटे को सिखाने और समझाने की जरूरत है.’
गणेश के इस रिप्लाई के बाद स्टुअर्ट ब्रॉड इसका जवाब देते हुए एक वीडियो ट्वीट कर लिखा कि, मैं फिर कहता हूं, मेरे पास हजारों उदाहरण हैं लेकिन सचिन तेंदुलकर को यहां ‘भाग्यशाली’ करार दिया गया, जबकि उनके बल्ले का भी किनारा लगा था और वह पवेलियन नहीं लौटे थे. शुक्रिया.
एलेक्स हेल्स ने किया समर्थन
इंग्लैंड के विकट कीपर सैम बिलिंग्स ने भी इस मामले में अपनी राय रखी. उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि, निश्चित रूप से हर वो व्यक्ति जिसने ये खेल खेला है वह सोचता है कि यह स्वीकार्य है? ये क्रिकेट ही नहीं..” इस पर इंग्लैंड के ही धाकड़ बल्लेबाज एलेक्स हेल्स का एक जवाब आया. उन्होंने दीप्ति शर्मा पर सवाल उठा रहे इंग्लैंड के ही सैम बिलिंग्स को जवाब देते हुए लिखा कि, जब तक गेंद हाथ से निकलती नहीं है, नॉन स्ट्राइकर के लिए क्रीज के अंदर रहना ज्यादा मुश्किल नहीं होना.
MCC ने किया समर्थन
इस मामले पर मेरीलेबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने अपनी राय रखते हुए कहा कि, “शनिवार को सच में एक रोमांचक मैच का असामान्य अंत था. इसमें अधिकारियों ने उचित भूमिका निभाई और इसे कुछ और नहीं माना जाना चाहिए. गेंदबाजी छोर पर बल्लेबाजों के लिए एमसीसी का संदेश यही रहेगा कि वे तब तक क्रिज पर रहें जब तक की गेंदबाज के के हाथ से गेंद को निकलते हुए नहीं देख लेते.”
एमसीसी ने आगे कहा कि, “क्रिकेट की भावना के संरक्षक के रूप में इसकी सराहना करते हैं कि दुनिया भर में इसकी अलग-अलग व्याख्या की जाती है. सम्मानजनक बहस स्वस्थ है और जारी रहनी चाहिए क्योंकि जहां एक व्यक्ति ऐसे उदाहरणों में गेंदबाज को खेल भावना का उल्लंघन करने के रूप में देखता हैं तो दूसरा गेंदबाजी छोर के बल्लेबाज को अपना मैदान जल्दी छोड़कर अनुचित लाभ प्राप्त करने की ओर इशारा करता हैं.”
बेन स्टॉक्स भी कूद पड़े
इस विवाद में कई लोगों ने इस रन आउट को 2019 के वर्ल्ड कप से भी जोड़ा जा रहा है. ऐसे में बेन स्टोक्स इससे काफी हैरान हैं. इस पर बेन स्टोक्स ने एक ट्वीट करते हुए लिखा, ”लोग मेरे बल्ले से गई ओवरथ्रो की तुलना मांकडिंग से क्यों कर रहे हैं?” इसी के साथ स्टोक्स ने एक कंफ्यूज आदमी का GIF भी शेयर किया. हालांकि, बेन स्टोक्स ने इस घटना की कभी आलोचना नहीं की, लेकिन आईसीसी की नियम पुस्तिका में इसे नॉन-स्ट्राइकर के अंत में रन-आउट के रूप में पढ़ने के बावजूद इसे ‘मांकडिंग’ कहना पसंद किया.
एक तरफ जहां दीप्ति के इस रन आउट की अधिकतर इंग्लिश खिलाड़ियों ने आलोचना की, वहीं दूसरी ओर, नियमों का पालन करते हुए रविचंद्रन अश्विन, वीरेंद्र सहवाग, वसीम जाफर जैसे पूर्व क्रिकेटर्स के साथ भारतीय दर्शकों ने दीप्ति का समर्थन किया.
डीन ने मानी अपनी गलती
हालांकि दीप्ति शर्मा द्वारा आउट की गईं इंग्लिश महिला खिलाड़ी चार्लोट डीन ने इस विवाद में छिड़ी जंग को खत्म करने की कोशिश करते हुए अपने इंस्टाग्राम हैंडल से एक पोस्ट किया है. उन्होंने इस ‘विवादास्पद’ रनआउट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि, ‘गर्मियों का एक दिलचस्प अंत. इंग्लैंड की जर्सी में लॉर्ड्स में खेलना कितने सम्मान की बात है. मुझे लगता है कि मैं अभी से अपनी क्रीज पर रहूंगी.’ इस तरह उन्होंने अपनी गलती स्वीकार की.