#DidYouKnow कागज़ नहीं इस फ़ाइबर से बनते हैं भारतीय करेंसी नोट, लेकिन क्यों?

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जिस रुपये को हम रोज़ाना इस्तेमाल करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिन नोट को हम यूं ही कागज़ का कह देते हैं, वो कागज़ से बनते ही नहीं!

कागज नहीं इससे बनता है करेंसी नोट

आमतौर पर यह माना जाता है कि यह कागज से बना है, लेकिन यह सच नहीं है. अगर नोट कागज से बने होंगे तो ज्यादा दिन तक नहीं चल पाएंगे. इसलिए कागज का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. फिर करेंसी नोट बनाने के लिए किस सामग्री का इस्तेमाल करते हैं? जवाब है कपास.

कपास यानी कॉटन का इस्तेमाल करेंसी नोट बनाने के लिए किया जाता है, क्योंकि यह अधिक टिकाऊ और लंबे समय तक चलने वाला होता है. 

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भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक, नोट में 100 फीसदी कपास इस्तेमाल किया गया है. कपास कागज से ज्यादा मजबूत होता है और आसानी से फटता भी नहीं है. कपास का उपयोग न केवल भारत में बल्कि कई अन्य देशों में भी करेंसी नोट बनाने के लिए किया जाता है. 

कपास को कागज की तरह दिखने वाले नोट में कैसे बदला जाता है?

अब आप सोच रहे होंगे कैसे कपास को कागज की तरह दिखने वाले नोट में बदला जाता है? उसका जवाब उसके उपयोग करने की विधि में छिपा है. कॉटन फाइबर में Linen नामक फाइबर होता है और कॉटन पेपर से बैंक नोट बनाए जाते हैं, जो कि 75 प्रतिशत कॉटन और 25 प्रतिशत Linen का मिश्रण होता है. 

इसे बनने के बाद कपास को जिलेटिन (चिपकने वाले घोल) के साथ मिलाया जाता है. जो उन्हें लंबे समय तक टिकऊ बनाए रखता है. भारतीय नोटों में सुरक्षा की दृष्टि से भी कई विशेषताएं होती हैं जिससे नकली नोटों को आसानी से पहचाना जा सकता है. भारतीय करेंसी नोटों का डिजाइन भी समय-समय पर बदलता रहता है. 

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अन्य देश क्या इस्तेमाल कर रहे हैं?

यूरोप 

रॉयल डच कस्टर्स के मुताबिक, यूरोप में मुद्रा नोटों के लिए तथाकथित कॉम्बर नोइल (Comber Noil) का उपयोग किया जाता है. मुद्रा नोटों में कपास, लिनन और अन्य सामग्रियों का सही अनुपात का पता नहीं लगाया जा सकता. क्योंकि बैंकों द्वारा इस जानकारी को गुप्त रखा जाता है. जो अन्य देशों से भिन्न हो सकता है. 

संयुक्त राज्य अमेरिका 

संयुक्त राज्य अमेरिका भी अपने मुद्रा नोटों के लिए कपास से लिनन के अनुपात के मिश्रण का इस्तेमाल करती है. Bureau of Engraving and Printing के मुताबिक, अमेरिकी मुद्रा नोट 75 प्रतिशत कपास और 25 प्रतिशत लिनन से बने होते हैं. इसका मतलब यह है कि डॉलर बिल्स के हर पाउंड में तीन-चौथाई पाउंड कपास का हिस्सा होता है. इसी सोर्स में यह भी मेंशन किया गया है कि एक पाउंड मुद्रा में 454 बिल होते हैं.

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रूस 

1000 रूबल का बैंकनोट की छपाई सफेद हाई क्वालिटी वाले सूती कागज पर होती है. 

नए नोट बाजार में कैसे आते हैं?

अधिनियम की धारा 22 के मुताबिक, रिजर्व बैंक को भारत में बैंक नोट जारी करने का एक मात्र अधिकार है. रिजर्व बैंक, केंद्र सरकार और अन्य हितधारकों के परामर्श से, एक साल में मूल्यवर्ग के लिए आवश्यक बैंक नोटों की संख्या का अनुमान लगाया जाता है. और विभिन्न मुद्रा प्रिंटिंग प्रेसों के साथ बैंक नोटों की आपूर्ति की मांग की जाती है.  

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कटे-फटे नोटों का क्या होता है?

रिजर्व बैंक अपनी क्लीन नोट पालिसी के तहत अच्छी क्वालिटी के बैंक नोट प्रोवाइड कराती है. इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए बाजार में प्रचलन में बैंक नोटों की जांच की जाती है. जो प्रचलन के लिए उपयुक्त होते हैं, उन्हें फिर से जारी कर दिया जाता है, जबकि अन्य (गंदे और फटे हुए) नष्ट कर दिए जाते हैं. ताकि प्रचलन में बैंकनोटों की गुणवत्ता बनी रहे.