Dinosaur Skeleton Auction : इस महीने की शुरुआत में एक सोशल मीडिया पोस्ट में ऑक्शन हाउस ने बताया था कि कनाडा की सीमा के दक्षिण में गोर्गोसॉरस के अवशेषों का मिलना बेहद दुर्लभ है इसलिए यह खोज असाधारण है और अमेरिका में पाए जाने वाले कुछ नमूनों में से एक है।
सोथबी ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि यह सिर्फ ज्ञात 20 गोर्गोसॉरस नमूनों में से और निजी स्वामित्व वाला एकमात्र है। दरअसल ज्यादातर नमूने कनाडा में पाए गए हैं जहां निजी बिक्री को प्रतिबंधित करने वाले सख्त नियम हैं। ऑक्शन हाउस ने विशालकाय कंकाल को खरीदने वाले की पहचान उजागर नहीं की है। यह करीब 10 फीट ऊंचा और 22 फीट लंबा है। कंपनी ने कहा कि गोर्गोसॉरस का मतलब होता है ‘भयानक छिपकली’, जो करीब 7.7 करोड़ साल पहले उत्तरी अमेरिका के पश्चिमी क्षेत्र में रहता था।
दुर्लभ अवशेष और असाधारण खोज
इस महीने की शुरुआत में एक सोशल मीडिया पोस्ट में ऑक्शन हाउस ने बताया था कि कनाडा की सीमा के दक्षिण में गोर्गोसॉरस के अवशेषों का मिलना बेहद दुर्लभ है इसलिए यह खोज असाधारण है और अमेरिका में पाए जाने वाले कुछ नमूनों में से एक है। इस नीलामी को लेकर वैज्ञानिकों में नाराजगी है जिनका कहना है कि डायनासोर के कंकालों की निजी बिक्री जीवाश्मों के अध्ययन की क्षमता को नुकसान पहुंचा सकते हैं। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब डायनासोर के कंकाल की नीलामी हुई है।
52 करोड़ रुपए में बिका ट्राइसेराटॉप्स जीवाश्म
कुछ साल पहले दुनिया के अब तक के सबसे बड़े ट्राइसेराटॉप्स जीवाश्म की खोज की गई थी। 66 मिलियन साल पुराने इस विशालकाय कंकाल को ‘बिग जॉन’ नाम दिया गया था। एक नीलामी में यह जीवाश्म 6.6 मिलियन यूरो यानी लगभग 52 करोड़ रुपए में बिका था। इस कंकाल की खोज सबसे पहले साउथ डकोटा में भूविज्ञानी वाल्टर डब्ल्यू स्टीन बिल ने 2014 में की थी। ऐसा माना जाता है कि डायनासोर एक विशाल, प्राचीन महाद्वीप लारमिडिया में रहता था, जो आज अलास्का और मैक्सिको के बीच फैला है।