तपोवन विधानसभा के मेन गेट व दीवार पर विवादित झंडे टांगने के आरोपियों की यह चौथी वारदात थी। इससे पहले आरोपी पंजाब के खरड़ रोड, रोपड़ कोर्ट काॅम्पलैक्स के सामने और कुरुक्षेत्र में डीएसपी रैजीडैंस की दीवार पर भी विवादित झंडे टांग चुके थे और दीवार पर नारे लिख चुके थे। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने इन बातों को कबूल किया है। दोनों आरोपी हरबीर सिंह और परमजीत सिंह सिख फॉर जस्टिस के मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू के संपर्क में थे। पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि सबसे पहले उन्होंने खरड़-रोपड़ रोड पर विवादित झंडे टांगने के साथ नारे लिखे थे। इसके बाद 12 अप्रैल, 2022 को रोपड़ में कोर्ट काॅम्पलैक्स के सामने पेड़ पर विवादित झंडे टांगने के अलावा नारे लिखे थे। वहीं कुरुक्षेत्र में 29 अप्रैल, 2022 को डीएसपी रैजीडैंस की दीवार पर इस वारदात को अंजाम दिया था।
बाकायदा पन्नू को भेजी जाती थी वीडियो, मिलते थे पैसे
झंडे टांगने के बाद आरोपी इसकी बाकायदा वीडियो बनाकर पन्नू को भेजते थे। इसके बदले में उन्हें पैसे मिलते थे। धर्मशाला में इस वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपी दोपहिया वाहन (पीबी 87-5411) पर पहुंचे थे तथा नरवाणा में एक होम स्टे में ठहरे थे। इसी रात को आरोपी वहां से निकल गए थे तथा आरोपियों ने तपोवन विधानसभा में झंडे टांगने के बाद वीडियो बनाकर पन्नू को भेजा था। पुलिस रिमांड पर चल रहे दोनों आरोपियों को वीरवार को धर्मशाला कोर्ट में पेश किया जाएगा। वहीं एसआईटी मामले में अन्य बिंदुओं पर भी जांच कर रही है।
आरोपियों के खिलाफ ये मामले भी हैं दर्ज
इतना ही नहीं दोनों आरोपियों के खिलाफ चोरी और अन्य अपराधों के चलते भी मामले दर्ज हैं। इसमें हरबीर सिंह 3 माह और 20 दिन की लुधियाना में जेल भी काट चुका है। इसके अलावा परमजीत सिंह के खिलाफ भी चोरी के 6 मामले दर्ज हैं। परमजीत के खिलाफ 3 मोबाइल, ग्रोसरी तथा स्टूडियो, फतेहगढ़ साहिब तथा चंडीगढ़ में 2 बाइक चोरी के मामले दर्ज हैं।