दुनिया में सबसे ज्यादा तीज-त्योहार भारत में मनाए जाते हैं. उन तीज-त्योहारों में से एक है दिवाली (Diwali 2022). यह पर्व देशभर में धूमधाम के साथ मनाया जाता है. साल 2022 में दिवाली का पर्व 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा. उससे पहले शनिवार, रविवार भी पड़ रहा है. इस हिसाब से नौकरीपेशा वालों के लिए इस बार की दिवाली काफी लकी है, क्योंकि आपको एक लंबी छुट्टी मिलने वाली है.
ऐसे में अगर आप दिवाली पर अपनी फैमिली के साथ कई वेकेशन मनाने की सोच रहे हैं तो हम आपके लिए भारत में दिवाली की छुट्टियों (places to visit at diwali) में घूमने वाली जगहों की लिस्ट लेकर आए हैं:
1. अयोध्या (Ayodhya)
दिवाली की बात हो और भगवान राम की जन्मभूमि का जिक्र न हो, ऐसा भला कैसे हो सकता है. आज भी यूपी की अयोध्या में लोग दीये जलाने के लिए सरयू नदी पर इकट्ठा होते हैं. पौराणिक कथानुसार, भगवान राम, सीता जी और लक्ष्मण जी 14 साल का वनवास पूरा करने के बाद अयोध्या वापस आए थे. यहां पर 4 दिवसीय उत्सव मनाया जाता है. दिवाली के दौरान शहर को रोशनी से सराबोर कर दिया जाता है और महिलाएं नदी के तट पर दीये जलाती हैं. अगर आप भी दिवाली को महसूस करना चाहते हैं तो अयोध्या जाकर इस बार दिवाली मनाइए.
- हवाई जहाज के द्वारा (How to reach ayodhya by air): लखनऊ इंटरनेशनल एयरपोर्ट सबसे निकटतम हवाई अड्डा है. आप चाहें तो गोरखपुर, प्रयागराज और वाराणसी एयरपोर्ट से भी पहुंच सकते हैं.
- ट्रेन द्वारा (How to reach ayodhya by train): लखनऊ से अयोध्या 135 किलोमीटर दूर है, गोरखपुर से 164 किलोमीटर दूर है, प्रयागराज और वाराणसी से 189 किलोमीटर दूर है.
- बस द्वारा (How to reach ayodhya by road): अयोध्या के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसें चौबीसों घंटे उपलब्ध हैं. लखनऊ से अयोध्या 130 किमी दूर है, वाराणसी से 200 किमी दूर, प्रयागराज से 160 किमी दूर, दिल्ली से 636 किमी दूर है.
2. अमृतसर (Amritsar)
स्वर्ण मंदिर के लिए अमृतसर जाना जाता है, लेकिन यहां का बंदी छोर दिवस सबसे ज्यादा पॉपुलर है. यह दिवस सिखों के छठे गुरु नेता हरगोबिंद सिंह के जेल से लौटने की याद में हर साल मनाया जाता है. इस दौरान पूरे स्वर्ण मंदिर को रोशनी से नहला दिया जाता है और यहां पर भव्य लंगर लगता है. इसके अलावा अमृतसर की दिवाली इसलिए भी मशहूर है, क्योंकि 1577 में स्वर्ण मंदिर की आधारशिला को याद दिलाती है. अगर आप दिवाली के दौरान जाते हैं तो आप गोल्डन टेंपल के ऊपर शानदार आतिशबाजी देखेंगे.
- हवाई जहाज द्वारा (How to reach amritsar by Air): अमृतसर में श्री गुरु राम दास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा स्थित है. अमृतसर के प्रमुख रेलवे स्टेशन अमृतसर जंक्शन (ASR), वेरका जंक्शन (VKA), मननवाला (MOW), तंगरा (TRA)हैं.
- ट्रेन द्वारा (How to reach amritsar by train): अमृतसर के लिए मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद, आगरा, चंडीगढ़ और कोलकाता से कई ट्रेनें हैं. दिल्ली से अमृतसर पहुंचने में मात्र 6 से 7 घंटे का समय लगता है.
- सड़क द्वारा (How to reach amritsar by road): NH3, NH 54 और ग्रैंड ट्रंक रोड अमृतसर की सबसे प्रमुख मुख्य सड़कों में से हैं. एंटरस्टेट बसों का विकल्प चुनने वालों के लिए, आईएसबीटी अमृतसर शहर का प्रमुख बस स्टेशन है.
3. वाराणसी (Varanasi)
अगर आप दिवाली के दौरान वाराणसी यानि बनारस जाते हैं तो आप एक अलग ही नजारा देखेंगे. यहां पर रातभर पटाखों और आतिशबाजी का सिलसिला चलता रहता है. दिवाली के दौरान वाराणसी के सभी घाट दीयों से पटे पड़े रहते हैं. बनारस की देव दिवाली (Dev Diwali) सबसे ज्यादा मशहूर है जो दिवाली के 2 हफ्ते बाद होती है. इस दौरान हिंदू देवी-देवताओं की झांकी निकाली जाती है और घाटों को दीपों से सजाया जाता है. अगर आप भारतीय संस्कृति को महसूस करना चाहते हैं तो दिवाली के दौरान बनारस जरूर जाएं.
- हवाई जहाज द्वारा (How to reach varanasi by Air ) – वाराणसी में एक इंटरनेशनल हवाई अड्डा है जहां पर जेट एयरवेज, एयर इंडिया और स्पाइस जेट जैसी सभी घरेलू एयरलाइंस उड़ाने भरती हैं.
- ट्रेन द्वारा (How to reach varanasi by train ) – वाराणसी रेलवे स्टेशन प्रमुख हैं. यहां से लगभग हर ट्रेन गुजरती है. इसके अलावा मुगल सराय जंक्शन भी एक विकल्प है जो शहर से 18 किलोमीटर दूर है.
- बस द्वारा (How to reach varanasi by road ) – वाराणसी उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों और पड़ोसी राज्यों से सरकारी बसों द्वारा जुड़ा हुआ है. वाराणसी के लिए प्राइवेट AC बसें भी उपलब्ध हैं.
4. उदयपुर (Udaipur)
राजस्थान का उदयपुर भी दिवाली उत्सवों के आयोजन के लिए मशहूर है. दिवाली के दौरान इस शहर की सभी छतों और दरवाजों को रोशनी से सजाया जाता है, जो पिछोला झील में दिखाई देते हैं. वहीं दिवाली के दिन भटियानी चौहट्टा में महालक्ष्मी मंदिर में धन की देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की जाती है. दिवाली के दौरान उदयपुर लाइट फेस्टिवल (udaipur light festival) आयोजित किया जाता है, जहां पर सिंगर्स आकर गाना गाते हैं, कई तरह का डीजे बजाया जाता है और फूड स्टॉल लगाए जाते हैं.
- हवाई जहाज द्वारा (How to reach udaipur by Air ): महाराणा प्रताप हवाई अड्डा, जिसे डबोक हवाई अड्डा भी कहा जाता है. उदयपुर से यह 24 किमी दूर स्थित है. दिल्ली, मुंबई और जयपुर जैसे शहरों के लिए यहां से रोजाना उड़ाने निर्धारित हैं.
- ट्रेन द्वारा (How to reach udaipur by train) : उदयपुर सिटी रेलवे स्टेशन और राणा प्रताप नगर रेलवे स्टेशन, दोनों भारत के अधिकांश शहरों जैसे कोलकाता, बैंगलोर, नई दिल्ली, मुंबई, जयपुर, अजमेर, कोटा, आगरा, आदि से अच्छी तरह से जुड़े हुए हैं.
- बस द्वारा (How to reach udaipur by road) : आप दिल्ली, जयपुर, इंदौर, अहमदाबाद, कोटा से सड़क मार्ग से आसानी से पहुंचा जा सकता है. इसके अलावा उदयपुर बस स्टैंड में दिल्ली, चित्तौड़, जयपुर, माउंट आबू, अजमेर और कई अन्य स्थानों के लिए प्राइवेट एसी और डीलक्स बसें भी उपलब्ध हैं.
5. गोवा (Goa)
गोवा में दिवाली (Goa diwali festival) श्रीकृष्ण द्वारा राक्षस नरकासुर के संहार की याद में मनाई जाती है. हर साल गोवा में शहर और गांव यह देखने के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं कि सबसे बड़े और बुरे राक्षसों का निर्माण किसने किया है जिन्हें बाद में नरक चतुर्दशी के दिन जला दिया जाता है. दिवाली के दौरान गोवा में जुआ यानि गैम्बलिंग खेलने की परंपरा है. अगर आप भी कैसीनों में अपनी किस्मत आजमाना चाहते हैं तो गोवा आकर दिवाली मनाएं.
- हवाई जहाज द्वारा (How to reach goa by Air) : गोवा का डाबोलिम हवाई अड्डा नियमित घरेलू उड़ानों के अलावा अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का भी संचालन करता है. यह पणजी से लगभग 26 किमी दूर है. टर्मिनल 1 मुंबई, पुणे, दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई, लखनऊ, कोलकाता और इंदौर जैसे प्रमुख शहरों से गोवा में आने वाली सभी डोमेस्टिक फ्लाइट्स को संभालता है.
- ट्रेन द्वारा (How to reach goa by train ): गोवा, मडगांव और वास्को-डी-गामा में दो मुख्य रेलवे स्टेशन हैं. दिल्ली से आप निजामुद्दीन गोवा एक्सप्रेस पकड़ सकते हैं जबकि मत्स्यगंधा एक्सप्रेस और कोंकण कन्या एक्सप्रेस आपको मुंबई से मडगांव छोड़ देगी.
- बस द्वारा (How to reach goa by road): अगर आप मुंबई या बेंगलुरु से गोवा आ रहे हैं, तो आपको NH4 का पकड़ना होगा. दूसरा रास्ता एनएच 17 है जो मैंगलोर से सबसे छोटा रास्ता है. बता दें कि कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम (KSRTC) और महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) गोवा के लिए नियमित बसें चलाते हैं.
- समुद्री जहाज द्वारा (How to reach goa by sea ): अगर आप समुद्र के रास्ते गोवा पहुंचना चाहते हैं, तो पणजी पहुंचने के लिए मुंबई से एक क्रूज पकड़ सकते हैं जो महाराष्ट्र और गोवा तटों तक ले जाता है.
6. गुजरात (Gujarat)
गुजरात में दिवाली (gujarat diwali), नये साल की शुरुआत के रूप में मनाई जाती है. वैसे तो गुजरात पूरे साल अपने शानदार और रंगीन समारोहों के लिए जाना जाता है, लेकिन दीवाली के दौरान यहां पर जुलूस और आदिवासी स्टाइल के समारोह आयोजित किए जाते हैं. दिवाली के दौरान गुजराती लोग सोना खरीदना नहीं भूलते हैं. यहां पर मिठाई की जगह स्नैक्स का प्रचलन है. अगर आप दिवाली के दौरान गुजरात जाने का प्लान कर रहे हैं तो हम आपको रण उत्सव जाने की भी सलाह देंगे.
- हवाई जहाज द्वारा (How to reach gujarat by Air): गुजरात के अहमदाबाद में इंटरनेशनल हवाई अड्डा स्थित है. हालांकि सूरत, भावनगर, जूनागढ़, वडोदरा, केशोद, कांडला, राजकोट और भुज प्रमुख स्थान हैं जहां डोमेस्टिक एयरपोर्ट्स स्थित हैं.
- ट्रेन द्वारा (How to reach gujarat by train): गुजरात के रेलवे नेटवर्क भारत के प्रत्येक राज्य से जुड़ा हुआ है. सूरत रेलवे स्टेशन, अहमदाबाद रेलवे स्टेशन, राजकोट रेलवे स्टेशन और वडोदरा रेलवे स्टेशन गुजरात के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन हैं.
- बस द्वारा (How to reach gujarat by road): गुजरात जाने के लिए राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से कई बस सेवाएं आसानी से उपलब्ध हैं. इसके अलावा गुजरात राज्य सड़क परिवहन निगम (GSRTC) न केवल गुजरात बल्कि भारत के अन्य राज्यों में भी पारगमन सेवाएं प्रदान करता है.
7. मदुरै (Madurai)
भारत के सबसे पुराने शहरों में से एक हैं जो अपनी संस्कृति के लिए जाना जाता है. दिवाली के दौरान इस शहर में कई तरह के समारोह आयोजित किए जाते हैं. दीवली के आसपास लोग मदुरै खरीददारी करने आते हैं. अगर आप दिवाली के दौरान मदुरै जा रहे हैं तो मीनाक्षी मंदिर (Minakshi mandir) घूमने जरूर जाएं. मंदिर को दिवाली के दौरान फूलों और रंगोली से सजाया जाता है.
- हवाई जहाज द्वारा (How to reach madurai by Air): मदुरै हवाई अड्डा शहर से केवल 10 किमी दूर है. यहां देश के प्रमुख शहरों के लिए नियमित उड़ानें भरी जाती हैं.
- ट्रेन द्वारा (How to reach madurai by train): मदुरै के लिए भारत के कई शहरों से डायरेक्ट ट्रेनें उपलब्ध हैं.
- बस द्वारा (How to reach madurai by road ): दक्षिण भारत के सभी शहरों से मदुरै के लिए बस उपलब्ध है. हर में 5 प्रमुख बस स्टैंड हैं, जहां से आप तमिलनाडु के लगभग हर शहर के लिए बस ले सकते हैं.
8. कोवलम (Kovalam)
भले ही दिवाली का त्योहार दक्षिण भारत में उत्तर भारत की तरह नहीं मनाया जाता है. लेकिन दिवाली के दौरान केरल आने वाले सभी यात्रियों को कोवलम बीच जरूर जाना चाहिए. यहां पर सैकड़ों पर्यटक बीच पर दीप जलाने के लिए इकट्ठा होते हैं और दिवाली के दिन पूरे बीच को जगमगा दिया जाता है.
- हवाई जहाज द्वारा ( how to reach kovalam by Air ): कोवलम के लिए सबसे निकटतम हवाई अड्डा त्रिवेंद्रम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है.
- ट्रेन द्वारा (how to reach kovalam by train): त्रिवेंद्रम सेंट्रल रेलवे निकटतम रेलवे स्टेशन में से एक है और कोवलम से 12 किमी की दूरी पर स्थित है. रेलवे स्टेशन केरल के सभी प्रमुख शहरों और भारत के अन्य राज्यों से भी पूरी तरह से जुड़ा हुआ है.
- बस द्वारा (how to reach kovalam by road): केरल राज्य सड़क परिवहन सेवाएं राज्य के विभिन्न हिस्सों से कोवलम पहुंचने के लिए कई बसें और Volvos उपलब्ध हैं. कोवलम तिरुवनंतपुरम से 19 किलोमीटर की दूरी पर और कोच्चि से 212 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
9. असम (Assam)
असम में दिवाली (assam diwali) पंच दिवसीय उत्सव के तौर पर मनाई जाती है. यहां पहले दिन यानि धनतेरस पर घरों को फूलों के तोरण और दीप से सजाया जाता है. दूसरे दिन नरक चतुर्दशी, तीसरे दिन दिवाली, चौथे दिन बालीपद्यमी और पांचवें दिन भाई बिज का त्योहार मनाया जाता है. बालीपद्ममी के दिन गरीबों को भोजन कराया जाता है और भाई बिज के दिन बहन भाइयों को तिलक लगाती हैं. असम में तेजपुर और काजीरंगा की दिवाली सबसे ज्यादा लोकप्रिय है.
- हवाई जहाज द्वारा (How to reach assam by Air): गुवाहाटी का हवाई अड्डा, लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, शहर से केवल 25 किमी दूर है. आप दिल्ली, मुंबई और बैंगलुरु से गुवाहाटी के लिए उड़ान भर सकते हैं. आपको बता दें कि यह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, पारो (भूटान) और बैंकॉक (थाईलैंड) जैसे इंटरनेशनल डेस्टिनेशन्स के लिए कुछ उड़ानें भी प्रदान करता है.
- ट्रेन द्वारा (How to reach assam by train): असम के प्रमुख रेलवे स्टेशन डिब्रूगढ़, गुवाहाटी, जोरहाट, तेजपुर, सिलचर, गोलाघाट और नागांव हैं. जहां पर देश के अन्य प्रमुख शहरों जैसे कोचीन, बेंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता, दिल्ली और मुंबई से आने वाली ट्रेनें रुकती हैं.
- बस द्वारा (How to reach assam by road ): NH31 और NH37 असम को नागालैंड, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश से जोड़ते हैं. असम राज्य परिवहन निगम (ASTC) असम का एक राज्य के स्वामित्व वाला सड़क परिवहन निगम है जो इस राज्य और इसके आसपास के राज्यों के भीतर नियमित बस सेवाएं प्रदान करता है.
10. कोलकाता (Kolkata)
दिवाली के दौरान कोलकाता में देवी काली की पूजा (Kolkata diwali kali puja) की जाती है. यह शहर झालरों, दीयों और मोमबत्तियों से उजागर रहता है. दीवाली के दौरान आपको शहर में कई तरह के काली पूजा पंडाल भी देखने को मिल सकते हैं. साथ ही यह शहर आतिशबाजी के लिए भी लोकप्रिय है. यहां पर काली पूजा के दौरान देवी मां को मांस, मछली, फूल और मिठाई चढ़ाई जाती है.
- हवाई जहाज द्वारा (how to reach kolkata by Air): नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा शहर से करीब 17 किमी दूर स्थित है. इस एयरपोर्ट से डोमेस्टिक और इंटरनेशनल उड़ाने भरी जाती हैं.
- ट्रेन द्वारा (How to reach kolkata by train): कोलकाता में हावड़ा और सियालदह दो प्रमुख रेलवे स्टेशन्स हैं. ये भारत के सभी राज्यों के बड़े स्टेशनों से जुड़े हुए हैं.
- बस द्वारा (How to reach kolkata by road): NH2, NH6 भारत के अन्य राज्यों से कोलकाता पहुंचने के लिए बनाए गए हैं. मेन बस टर्मिनस जो शहर के सेंट्रल में पाया जाता है वह Esplanade Terminus है.