Jaisalmer News: इस कार्रवाई के दौरान ज्यों ही टीमें रामदेवरा बाजार पहुंची तो उन्हें देख मिलावटखोरों में हड़कंप मच गया। कुछ मिलावटखोर जहां अपनी दुकानें बंदकर भागते दिखे वहीं दो दुकानों पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से मावे की मिठाई के सैंपल लिए गए। जानिए पूरा मामला।
Rajasthan News: जैसे-जैसे दिवाली का त्योहार नजदीक आ रहा राजस्थान में ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान परवान पर है। लंबे समय से उदासीनता बरतने वाला स्वास्थ्य विभाग जिला कलेक्टर टीना डाबी के सख्त निर्देशों के बाद अब आए दिन मिलावटखोरों पर दबिश दे रहा। जैसलमेर शहर में भी जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग की संयुक्त टीम ने मिलावटखोरों पर कार्रवाई करते हुए सैंपल लिए और जुर्माना लगाया। गुरुवार को जिले के पोकरण में एक तो मारवाड़ का कुंभ कहलाए जाने वाले रामदेवरा में 2 मिठाई की दुकानों पर कार्रवाई की गई।
चिकित्सा विभाग और जिला प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई
वहीं इस कार्रवाई की भनक लगते ही कुछ मिलावटखोर दुकानदार अपनी दुकानें बंद कर भागते भी दिखे। दूसरी ओर चौंकाने वाले अंदाज में कुछ जनप्रतिनिधि जो जनता को अपना हितैषी बताते हैं वे भी स्वास्थ्य विभाग की इस कार्रवाई में अधिकारियों से सैंपल नहीं भरने की बात पर अड़ गए। वो बहस करते नजर आए। वहीं दुकानदार ने कार्रवाई के दौरान साइन करने से भी मना कर दिया तो दूसरा दुकानदार सैंपल लेने आई इस टीम को देख दूसरी दुकान पर जाकर बैठ गया और अधिकारियों को गुमराह करने लगा।
रामदेवरा-पोकरण में मचा हड़कंप
कार्रवाई के दौरान ज्यों ही टीमें रामदेवरा बाजार पहुंची तो उन्हें देख मिलावटखोरों में हड़कंप मच गया और कुछ मिलावटखोर जहां अपनी दुकानें बंदकर भागते दिखे वहीं दो दुकानों पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से मावे की मिठाई के सैंपल लिए गए। इस दौरान एक दुकान पर सैंपल लेने के बाद बहस भी छिड़ गई। व्यवसायी दुकान के काउंटर को छोड़ पास ही दूसरी जगह जाकर बैठ गया और विभाग के अधिकारियों को गुमराह करके कार्रवाई नहीं करने और जांच में बाधक बनने लगा।
कुछ जनप्रतिनिधि एक्शन में बाधक बनते दिखे
इस अभियान के दौरान मिठाई की दुकान पर विभाग के अधिकारियों की जब कार्रवाई हो रही थी तभी स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारियों से ही बहस करने लगे और कार्रवाई के दौरान सैंपल नहीं लेने की बात कहने लगे। इस दौरान जनप्रतिनिधियों का साथ मिलते ही दुकानदार ने सैंपल लेने की कार्रवाई के पत्र पर साइन करने से मना कर दिया। वही इस कार्रवाई के दौरान स्थानीय नेता और पूनमचंद खत्री, मूलाराम लिंबा सहित व्यापारी विभाग के अधिकारियों को खरी-खोटी सुनाते दिखे और विभाग की कार्रवाई पर सवालिया निशान उठाने लगे।