हाजिर बाजार में सोने की कीमत अभी 51 हजार के आसपास है.
नई दिल्ली. दिवाली और धनतेरस पर सोने के सिक्के और गहनों की खरीदारी करना हर भारतीय को पसंद है. कुछ लोग खुद पहनने के लिए सोने की खरीदारी करते हैं, जबकि ज्यादातर निवेशक इसे बेहतर मौके के रूप में लेते हैं और इससे अच्छा मुनाफा कमाने के लिए दांव लगाते हैं. अगर आप भी इस धनतेरस या दिवाली पर सोने के आभूषण खरीदने या निवेश करने की सोच रहे हैं तो जान लीजिए कि आपको अगले साल दिवाली तक कितना मुनाफा हो सकता है.
कमोडिटी एक्सपर्ट और केडिया एडवाइजरी के डाइरेक्टर अजय केडिया का कहना है कि अगर बीते कुछ साल का ट्रेंड देखें तो सोने में करीब 10 फीसदी सालाना का रिटर्न मिला है. यानी किसी व्यक्ति ने अगर 1 लाख का सोना खरीदा है तो सालभर में उसका रिटर्न बढ़कर 1.10 लाख रुपये करीब पहुंच गया है. अगर हम पिछले पांच साल का समीकरण देखें तो सोने में निवेश करने वाले को सालाना औसतन 9.5 फीसदी का रिटर्न मिला है. यानी कोई व्यक्ति अगर इन पांच सालों में हर साल एक लाख रुपये का सोना खरीद रहा था, तो उसका कुल निवेश 5 लाख रुपये होता जबकि रिटर्न मिलाकर 6.62 लाख रुपये पहुंच जाते. बीते पांच साल में से चार साल सोने ने पॉजिटिव रिटर्न दिया है.
हालांकि, कोरोनाकाल में सप्लाई बाधित होने से इसकी कीमतों में अचानक काफी उछाल आ गया था, जबकि इस साल भी फरवरी-मार्च में रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह से सोने की कीमतों पर दबाव आया था. बावजूद इसके अगर पिछले एक साल के रिटर्न को देखा जाए तो पिछली धनतेरस या दिवाली पर एक लाख रुपये का सोना खरीदने वाले निवेशक को इस दौरान करीब 6 फीसदी का रिटर्न मिला है.
अगर बाजार के मुकाबले देखें तो
सोने के मुकाबले अगर इक्विटी में निवेश को परखें तो इसी अवधि में आपको ज्यादा रिटर्न मिला है. निफ्टी इंडेक्स ने बीते पांच साल में औसतन सालाना 12 फीसदी का रिटर्न दिया है. यानी अगर इन पांच सालों में किसी निवेशक ने हर साल दिवाली पर 1 लाख रुपये निफ्टी में लगाए होते तो अभी तक उसका कुल निवेश 5 लाख रुपये होता, जबकि रिटर्न मिलाकर कुल राशि 7.10 लाख रुपये पहुंच जाती. इस तरह हमने देखा कि सोने के मुकाबले इक्विटी ने बीते पांच साल में 50 हजार रुपये का ज्यादा रिटर्न दिया है.
हालांकि, इसमें इक्विटी के जोखिम को ध्यान रखा जाए सोने का प्रदर्शन पिछले पांच साल के सिनेरियो में अच्छा दिखता है. लेकिन, जब हम इस निवेश अवधि को बढ़ाकर 10 साल के लिए लेकर जाते हैं तो इक्विटी का निवेश बाजी मारता दिखाई देता है. बीते 10 साल में इक्विटी में पैसे लगाने वाले निवेशकों को 12 फीसदी सालाना का रिटर्न मिला है, जबकि इस दौरान सोने का औसत रिटर्न 7 फीसदी रहा है.
अगली दिवाली तक कहां जाएगा सोने का भाव
कमोडिटी एनालिस्ट जतिन त्रिवेदी का कहना है कि सोने का आउटलुक अगले एक साल में बेहतर दिख रहा है. अगर हम इस दिवाली से अगली दिवाली तक जाएं तो इसका भाव 54 से 56 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है. अभी हाजिर भाव 51 हजार के आसपास है और इस तरह निवेशक हर 10 ग्राम पर अगली दिवाली तक करीब 5 हजार रुपये का मुनाफा कमा सकते हैं.
क्या आपको लगाना चाहिए दांव
आईआईएफएल सिक्योरिटीज के कमोडिटी रिसर्च हेड अनुज गुप्ता कहना है कि पूरी दुनिया में अभी महंगाई दर अपनी पीक पर चल रही है. ऐसे में देखा जाए तो ज्यादातर निवेश विकल्पों का रिटर्न निगेटिव दिखा रहा है. अमेरिका सहित साथ ही अमेरिका सहित दुनियाभर में मंदी का जोखिम भी पनप रहा जिससे इक्विटी बाजार के दबाव में रहने का अनुमान है. इन सब कारणों को देखें तो सोने का आउटलुक बेहतर नजर आता है और अगले एक साल में यह अच्छा प्रदर्शन कर सकता है. बाजारों में बढ़ती अनिश्चितता को देखते हुए निवेशक सेफ हैवन माने जाने वाले सोने की तरफ ही भागेंगे.