गांव मूसा के कुलदीप सिंह, सुखपाल सिंह मूसा व गांव मत्ती की सरपंच सुखविंद्र कौर ने बताया कि इसके लिए गांव के गुरुद्वारा साहिब में मुनादी करवा दी गई है, उनके गांव में कोई दीपमाला नहीं रखेगा और न ही पटाखे जलाए जाएंगे।
पंजाब के मानसा जिले के नौ गावों ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या में परिवार को इंसाफ न मिलने पर काली दिवाली मनाने का फैसला किया है। दिवाली के दिन गांव मूसा से लेकर सिद्धू मूसेवाला के हत्या स्थल गांव जवाहरके में दिवाली नहीं मनाई जाएगी। बता दें कि 29 मई को शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला की गांव जवाहरके में गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। गांव मूसा, जवाहरके, बुर्ज ढिलवां, जोगा, रमदितेवाला, खोखर, सददा सिंह वाला, गेहले व गांव गागोवाल के लोग काली दिवाली मनाएंगे।
गांव जवाहरके के पूर्व सरपंच राजिंद्र सिंह, पंच जगतार सिंह, सुखपाल सिंह मूसा व एनआरआई मनप्रीत कौर ने कहा कि सिद्धू मूसेवाला के कत्ल को करीब पौने सात महीने हो चुके हैं, लेकिन अब तक परिवार को इंसाफ नहीं मिला है। गैंगस्टर सरेआम घूम रहे हैं और लोगों को धमकियां दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि गांव के लोग काली दिवाली मनाकर सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक सिद्धू मूसेवाला के परिवार को इंसाफ नहीं दिया जाता, उनका रोष बढ़ता जाएगा।
उधर, गांव के लोगों में दीपावली के दिन सिद्धू मूसेवाला के स्मारक पर सिर पर काली पट्टियां बांधकर रोष जाहिर करने का एलान किया है। मूसेवाला के स्मारक पर सोमवार को विभिन्न धर्मों के लोग काली पट्टी बांधकर मशाल लेकर मूसेवाला को श्रद्धांजलि देंगे और वहां वैराग्यमयी कीर्तन भी किया जाएगा।
गांव मूसा के कुलदीप सिंह, सुखपाल सिंह मूसा व गांव मत्ती की सरपंच सुखविंद्र कौर ने बताया कि इसके लिए गांव के गुरुद्वारा साहिब में मुनादी करवा दी गई है, उनके गांव में कोई दीपमाला नहीं रखेगा और न ही पटाखे जलाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि वह सिद्धू मूसेवाला के स्मारक पर काली पट्टियां बांधकर हाथों में तख्तियां लेकर बैठेंगे, जिसमें विभिन्न धर्मों के लोग शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि कुछ विदेशी लोग भी इसमें शामिल होंगे।