दुनिया में कई ऐसे रहस्य हैं जिनसे हम अब तक अनजान हैं. कुदरत ने हर छोटे-बड़े जीव को नायाब तरीके से बनाया है. उसी में एक नाम चींटी का है. जो अपने वजन से 10-50 गुना वजन उठा सकती हैं. लेकिन उनका यह हुनर यहीं तक सीमित नहीं है. आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है, लेकिन चीटियां जमीन के भीतर कॉलोनी बनाकर रहती हैं. इस लिहाज से हम उन्हें एक सामाजिक प्राणी कह सकते हैं.
चींटियां भी कॉलोनी में रहती हैं?
हफ्तों चली सावधानी पूर्वक खुदाई के बाद, वैज्ञानिकों की टीम ने पृथ्वी के नीचे निर्मित एक विशाल चींटी कॉलोनी का पता लगाया है. जिसे डॉक्यूमेंट्री ‘Ants! Nature’s Secret Power’ के रूप में कैद किया गया है. जब इसके चारों ओर जमा हुई मिट्टी खोदकर बाहर निकाला गया, तब चींटियों का यह शहर नजर आया. चींटियों द्वारा बनाए गए भूमिगत शहर के स्ट्रक्चर की पेचीदगियों को देखकर दर्शकों के होश उड़ गए.
वैज्ञानिकों ने खोजा अद्भुत शहर
वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया कि इस विशालकाय शहर को बनाने के लिए चींटियों ने 40 टन गंदगी को स्थानांतरित किया था. चींटियों द्वारा बसाया गया यह शहर न केवल आकार में विशाल था, बल्कि शानदार प्लान के साथ डिजाइन किया गया था. ट्विटर पर वायरल हो रही एक वीडियो क्लिप में चीटियों की इस अद्भुत कॉलोनी की एक झलक देखी जा सकती है.
वीडियो यह भी स्पष्ट करता है कि कैसे संरचना के अंदर इन सुरंगों को पूरी तरह से वेंटिलेशन सुनिश्चित करने, और चींटियों के परिवहन के समय को आधा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. सब कुछ ऐसा लगता है कि इसे एक आर्किटेक द्वारा डिजाइन किया गया है, लेकिन निश्चित रूप से यह सच नहीं है. आगे दावा किया गया कि- ‘यह विशाल, और जटिल शहर चींटी कॉलोनी, सुपर जीव की सामूहिक इच्छा से बनाया गया था’
Video देख हैरान रह गई जनता
सोशल मीडिया पर इस वीडियो को देखने के बाद लोग हैरान रह गए है और अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं भी दे रहे हैं.
एक यूजर ने लिखा “वाह चींटियां इतनी छोटी, लेकिन इतनी शक्तिशाली और जीवित रहने के लिए चतुर होती हैं. वे भूमिगत एक सुपर सिटी का निर्माण कर सकती हैं.” दूसरे यूजर ने लिखा “मैंने कुछ महीने पहले इस वीडियो को देखा था और तब से मैं ठीक से सोया नहीं हूं, मुझे लगातार डर है कि एक दिन मेरा घर गिर जाएगा, क्योंकि यहां बहुत सारी चींटियां हैं.”
एक अन्य ने लिखा “हमेशा सोचता रहता है कि क्या चींटियाँ बुद्धिमान प्राणी हैं, क्योंकि हमारे पास इसे जानने/पुष्टि करने का कोई तरीका नहीं है क्योंकि हम उनके साथ संवाद नहीं कर सकते, इन अच्छी तरह से निर्मित घोंसलों को देखें, यह सोचना वास्तव में कठिन है कि वे इन चीजों को सिर्फ वृत्ति के साथ बनाते हैं और ये डिज़ाइन नहीं किए गए हैं”
एक ने कमेंट किया- ‘यह देखना आश्चर्यजनक है कि चींटियां इतनी जटिल और पेचीदा संरचनाएं कैसे बना सकती हैं. यह हमें याद दिलाता है कि कैसे सामूहिक प्रयास से कुछ असाधारण हो सकता है.”
बता दें, एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी के अनुसार चींटियां अपने वजन का 10 से 50 गुना तक वजन उठा सकती हैं. हालांकि, उनकी ताकत ही उनका एकमात्र गुण नहीं है, जर्नल ऑफ बायोमैकेनिक्स के अनुसार, शोधकर्ताओं के एक समूह ने पाया कि एक विशिष्ट अमेरिकी फील्ड चींटी की गर्दन का जोड़ अपने वजन के 5,000 गुना तक दबाव का सामना कर सकता है.