गूगल प्ले स्टोर पर एक खतरनाक ऐप की पहचान हुई है। अगर आपने एक्सोनोमोरफ ऐप को डाउनलोड किया है, तो तुरंत फोन से इस ऐप को डिलीट कर दें, वरना यह आपके ऑनलाइन बैंकिंग सिस्टम को ट्रैक करके आपके बैंक अकाउंट को खाली कर सकता है। इंटरनेट ने हमारा जीवन बहुत आसान बना दिया है. शॉपिंग करनी हो या फिर किसी को पेमेंट करना हो, घर बैठे-बैठे पल भर में ये काम हो जाते हैं। कहीं जाने के लिए टिकट रिजर्व करनी हो याफिर होटल का कमरा बुक करना हो, अब धक्के खाने की जरूरत नहीं होती। मोबाइल फोन या कम्प्यूटर से ये काम चुटकी बजाते ही हो जाते हैं, लेकिन इन सुविधाओं के साथ-साथ धोखाधड़ी के मामले भी उसी रफ्तार से बढ़े हैं। अब इंटरनेट फ्रॉड के मामले इतने बढ़ गए हैं कि अपराधी आपके घर में आए बिना ही मीलों दूर बैठे-बैठे ही आपके पैसे हड़प कर लेते हैं।
इसलिए इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय बहुत ही अलर्ट रहने की जरूरत है। तमाम ऐसी एप्लीकेशंस आ गई हैं, जो एक क्लिक में आपका सारा डेटा या बैंक खाते में रखा पैसा चुरा लेती हैं। बताया जा रहा है कि थ्रेट फैवरिक ने एंड्रॉयड फोन में बैकिंग ट्रोजन एक्सोनोमोरफ को ट्रैक किया है। यह एक एंड्राइड मैलवेयर है, जो कि बैंकिंग फ्रॉड को अंजाम देता है। यह यूजर्स का डेटा चोरी करता है। एक्सोनोमोरफ एक बार आपके स्मार्टफोन में इंस्टॉल हो जाता है, इसके बाद यह आपके फोन और मॉनिटर की हर एक्टिविटी को ट्रैक करता है। जब आप ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के लिए ऐप या फिर वेबसाइट का इस्तेमाल करते हैं, तो यह यह आपके लेनदेन का फेक इंटरफेस तैयार कर देता है और फिर यूजर्स बैंक फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं।
यह अकेला ऐप नहीं है, ऐसे कई ऐप हैं, जो यूजर्स को चूना लगाने का काम कर रहे हैं। इस तरह टीबॉट नामक ऐप द्वारा जारी ट्रोजन मैलवेयर सामने आया है। ट्रोजन को यूजर्स की निजी जानकारी और मैसेज को चोरी करने के लिए डिजाइन किया है। एक बार इंस्टॉल हो जाने पर, ट्रोजन स्मार्टफोन की स्क्रीन को कंट्रोल करने के लिए अनुमति का अनुरोध करता है। एक बार यह हो जाने के बाद, यह तमाम जानकारी जैसे लॉगिन डिटेल, एसएमएस और टू फेक्टर ऑथेंटीकेशन कोड का पता लगा लेता है। एंड्रायड मैलवेयर ऐप को लेकर साइबर सैल शिमला ने एडवाजरी जारी की है। उधर, साइबर सैल शिमला के एएसपी नरवीर राठौर का कहना है कि साइबर ठग एंड्रायड मैलवेयर ऐप के जरिए लोगों को ठगी की शिकार बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की ऐपस अगर आपके पास है, तो इन्हें तुरंत हटा दें और भविष्य में कभी भी ऐसी कोई ऐप को इंस्टॉल न करें जिसकी जरूरत न हों। (एचडीएम)