स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार करना किसी को भी अच्छा नहीं लगता। खासतौर से ट्रेन के लेट होने पर बहुत दिक्कत आती है। ऐसे में रेलवे रिटायरिंग रूम में आराम करने की सुविधा देता है।
ट्रेन का सफर सस्ता, मजेदार होता है। भारतीय ट्रेनों और स्टेशनों पर मिलने वाली सुविधाओं के कारण ही इसे देश की लाइफ लाइन कहा जाता है। वैसे तो ट्रेनें हर तरह से आरामदायक होती हैं, लेकिन कई बार इनके लेट होने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। उन्हें स्टेशन पर बैठकर ही ट्रेन का इंतजार करना पड़ता है।
खासतौर से अगर मौसम सर्दी या बरसात का हो, तो ये उनके लिए परेशानी का सबब बन जाता है। पर क्या आप जानते हैं कि ऐसी स्थिति में रेलवे यात्रियों को आराम करने के लिए हर स्टेशन पर एक रिटायरिंग की सुविधा देता है। अगर आप नहीं जानते तो हम आपको बताते हैं क्या है रिटायरिंग रूम और कैसे कर सकते हैं इसे बुक।
क्या होता है रिटायरिंग रूम –
भारतीय रेलवे यात्रियों को रिटायरिंग रूम की सुविधा देता है। लेकिन इसकी जानकारी बहुत कम लोगों को होती है। हालांकि, यहां कुछ चार्ज लिया जाता है, जिसके बाद आप यहां कुछ देर आराम कर सकते हैं। यह ट्रेन के समय से पहले या बाद में 12 या 24 घंटे के लिए हो सकता है।
ऐसे होता है रूम बुक –
इसे आपके टिकट के पीएनआर नंबर के जरिए बुक किया जा सकता है। वैसे देश के कई स्टेशन पर रिटायरिंग रूम नहीं है, लेकिन बड़े स्टेशन जैसे दिल्ली, मुंबई, चेन्नई में आपको यहां मिल जाएंगे। एक पीएनआर नंबर पर एक ही कमरा रजिस्टर किया जा सकता है। लेकिन ध्यान रखें कि ये रूम फर्स्ट कम फर्स्ट सर्व के आधार पर बुक होते हैं।
इन शर्तों पर मिलेगा रूम –
बड़े स्टेशनों पर दो तरह के रिटायरिंग रूम होते हैं, एसी और नॉन एसी। बता दें कि इंटरनेट के जरिए आप रिटायरिंग रूम की एडवांस बुकिंग करा सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें बुकिंग तभी होगी, जब आपका टिकट कंफर्म या आरएसी हो। वेटिंग टिकट, कार्ड टिकट और प्लेटफॉर्म टिकट होने पर रिटायरिंग रूम की सुविधा नहीं दी जाती।
ये यात्री उठा सकते हैं सुविधा का लाभ –
हालांकि, अगर आपके पास 500 किमी से ज्यादा की दूरी का जनरल टिकट है, तो ऐसे यात्री सुविधा का पूरा लाभ उठा सकते है। अगर किसी स्थिति में रिटायरिंग रूम फुल हो गए हैं और टिकट कंफर्म है, तो उनका नाम वेटिंग लिस्ट में रखा जाएगा। किसी टिकट के कैंसिल होने पर आपका नाम अपने आप अपडेट हो जाएगा।