कहीं आप भी तो नहीं रखते अपने पार्टनर से ये 7 हवाई उम्मीदें?

किसी भी रिश्‍ते की शुरुआत काफी सारी उम्‍मीदों के साथ होती है. लेकिन जैसे-जैसे समय गुजरता जाता है, रिश्‍ते में गहराई आती जाती है. हम एक दूसरे की हकीकत और मजबूरियों को समझना शुरू करते हैं और रियलिस्टिक होते जाते हैं. कहा जा सकता है कि एक अच्‍छा रिलेशनशिप तब मेच्‍योर होता है जब कपल्‍स बिना किसी उम्मीग के एक दूसरे का सहारा बनते हैं.

बिना बताए भावनाओं को समझने की उम्‍मीद रिश्‍ते पर बोझ बन सकती है. Image : Canva

दरअसल ये तब संभव है जब कपल्‍स रियलिस्टिक रिलेशन में रहें. यूके की स्‍टाइलिश मैगजीन की रिपोर्ट में काउंसलर ल्यूसिले शैकलटन का कहना है कि जब रिलेशनशिप में अनरियलिस्टिक एक्‍सपेक्‍टेशन आ जाती हैं तो ये रिश्‍तों को बर्बाद कर देने का काम करती हैं. तो आइए जानते हैं कि वे कौन सी उम्‍मीदें हैं जो रिलेशनशिप को खराब करने का काम करती हैं और ये उम्‍मीदें रिलेशनशिप में सच्‍चाई से परे होती हैं.

ये हैं रिलेशनशिप की 7 अवास्‍तविक उम्‍मीदें

बिना बात किए बदलाव की उम्‍मीद
अगर आप ये उम्‍मीद लगाकर बैठें हैं कि आपका पार्टनर एक दिन बदल जाएगा तो आपको बता दें कि ये आपकी अवास्तिविक उम्‍मीद हो सकती है. अगर आप अपने पार्टनर की किसी आदत को बदलना ही चाहते हैं तो पहले उसे इस बारे में बताएं और इस विषय पर चर्चा करें.

 हमेशा रिश्‍ते में स्‍पार्क की उम्‍मीद
अगर आप ये उम्‍मीद कर रहे हैं कि आपके रिश्‍ते में हमेशा स्‍पार्क रहे, आप प्‍यार में हमेशा खोए रहेंगे तो ये भी आपकी अवास्तिविक उम्‍मीद ही है.

बिना बताए भावनाओं को समझने की उम्‍मीद
यह उम्‍मीद करना कि आप बिना आपस में बात किए एक दूसरे की भावनाओं और बात को समझ सकते हैं. तो बिजी लाइफ में एक दूसरे से ये उम्‍मीद करना नाइंसाफी हो सकती है.

आपसी विचार में भेदभाव नहीं होने की उम्‍मीद
अगर आप ये सोचते हैं कि आप दोनों के बीच कभी भी विचारों में भेदभाव नहीं होगा तो आपको बता दें कि रीयल लाइफ में ऐसा नहीं हो सकता.

कपल्‍स में कोई प्राइवेसी नहीं होती
अगर आप ये सोचते हैं कि कपल्‍स के बीच कभी भी कोई बात छुप नहीं सकती या रिलेशनशिप में रहते हुए प्राइवेसी की जरूरत नहीं होती तो आप गलत हैं. अगर आप ऐसी उम्‍मीद कर रहे हैं तो इसका आपके रिलेशनशिप पर बुरा असर पड़ सकता है.

खुद को अधूरा मानना
अगर आप ये उम्‍मीद रखते हैं कि उनके बिना आप अधूरे हैं या आपका कुछ नहीं हो सकता तो बता दें कि ऐसा करने से रिलेशनशिप पर बोझ बन सकते हैं.

हर बात को उनसे जोड़ना
कुछ ऐसी बातें होती हैं जिसे आप अकेले भी हैंडल कर सकते हैं. लेकिन आप हर बार ये उम्‍मीद करते हैं कि आपकी समस्‍या उनकी भी समस्‍या है इसलिए दोनों को ही इसमें इन्‍वॉल्‍व होना जरूरी है. ऐसी उम्‍मीदें रिलेशनशिप पर बोझ बन जाती हैं.