देवी-देवताओं की कृपा बनाए रखने के लिए अक्सर व्यक्ति धार्मिक ग्रंथों में लिखी चीजों का अनुसरण करता है. अपने आराध्य देवी-देवता की पूजा-पाठ करता है. व्रत रखता है और साथ ही दान आदि करता है. ताकि देवी-देवताओं की कृपा बनी रहे. हिंदू धर्म में दान का विशेष महत्व बताया गया है. मान्यता है कि दान आदि करने से पूवर्ज प्रसन्न रहते हैं और अपने वंशजों पर कृपा बनाए रखते हैं.
ज्योतिष शास्त्र में दान को लेकर कुछ नियम बताए गए हैं. इन नियमों को ध्यान में रखकर अगर दान न किया जाए, तो व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ज्योतिष शास्त्र में कुछ चीजों के दान की मनाही है. ऐसे में इन चीजों का जान व्यक्ति को मंहगा पड़ सकता है. घर में कलह-कलेश बढ़ सकते हैं. आइए जानते हैं किन चीजों का दान भूलकर भी न करें.
स्टील के बर्तन- अपने पितरों को प्रसन्न करने और उनकी कृपा दृष्टि पाने के लिए अक्सर लोग कुछ ऐसी चीजें दान कर देते हैं, तो ज्योतिष के अनुसार भूलकर भी नहीं करनी चाहिए. इनमें से एक स्टील के बर्तन भी हैं. कहते हैं कि स्टील के बर्तन दान करने से व्यक्ति के परिवार और सुख-समृद्धि पर गहरा प्रभाव पड़ता है.
बासी रोटी- धार्मिक ग्रंथों में अन्न और जल को महादान बताया गया है. लेकिन इसके लिए आप कुछ भी दान नहीं कर सकते. कई बार लोग घर आए भिक्षु को दान में बासी खाना या बासी रोटी ये सोचकर दे देते हैं कि किसी का पेट पर जाएगा. लेकिन धार्मिक दृष्टि से ये गलत है. ज्योतिष शास्त्र में इसे अशुभ माना गया है. अगर आप किसी गरीब या जरूरतमंद को खाना दे रहे हैं, तो ताजा दें इससे आपका भाग्य चमकेगा.
ग्रंथ का दान- अधूरी जानकारी के पुण्य का काम करना भी कई बार हानिकारक बन जाता है. मान्यता है कि किसी जरूरतमंद को कॉपी, किताबें, और ग्रंथ आदि दान करना बहुत शुभ होता है. लेकिन दान करते समय इस बात का ध्यान रखें कि वे फटी हुई नहीं होनी चाहिए. तभी इस दान का महत्व है. दान करते समय व्यक्ति की मंशा साफ होगी तभी उसे पुण्य का फल मिलेगा. अन्यथा, व्यक्ति को दरिद्रता का सामना करना पड़ सकता है. घर में कलह-कलेश उसका सुख-चैन छीन लेते हैं