अहमदाबाद. गुजरात से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है. प्रदेश के पूर्व गृह राज्य मंत्री विपुल चौधरी को हिरासत में ले लिया गया है. उन्हें दूधसागर डेयरी में वित्तीय घोटाले में संलिप्त होने के आरोप में हिरासत में लिया गया है. बताया जा रहा है कि विपुल चौधरी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. गुजरात के पूर्व मंत्री विपुल चौधरी दूध सागर डेयरी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. डेयरी में वित्तीय अनियमितता की बात सामने आने के बाद मामले की जांच शुरू की गई थी. अब इस मामले में विपुल चौधरी को हिरासत में लिया गया है. बता दें कि विपुल शंकर सिंह बाघेला की सरकार में गृह राज्य मंत्री थे.
पूर्व मंत्री विपुल चौधरी दूध सागर डेयरी के अध्यक्ष रह चुके हैं. डेयरी में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितता की बात सामने आने के बाद शक की सुई उनकी तरफ भी घूमी थी. अब इसी मामले में उन्हें हिरासत में लिया गया है. डेयरी घोटाला मामले में यह हाई प्रोफाइल कार्रवाई है. इस मामले की महीनों से छानबीन चल रही है. मामले के तूल पकड़ने के बाद यह कोर्ट तक भी जा पहुंचा. बता दें कि शंकर सिंह वाघेला की सरकार में विपुल चौधरी को अहम जिम्मेदारी देते हुए उन्हें गृह राज्य मंत्री बनाया गया था. इससे उनके राजनीतिक रसूख का भी पता चलता है.
22 हजार पन्नों की चार्जशीट
दूध सागर डेयरी गुजरात के मेहसाणा में स्थित है. डेयरी में वित्तीय अनियमितता की बात सामने आने के बाद यह मामला तूल पकड़ने लगा था. इससे प्रदेश की सियासत भी गर्मा गई थी. बाद में यह मामला कोर्ट में भी पहुंच गया. दूध सागर डेयरी घोटाला मामले में सीआईडी ने 22 हजार पन्नों की चार्जशीट स्पेशल कोर्ट के समक्ष पेश की थी. इस आरोप पत्र में 2200 गवाहों के नाम दर्ज थे, जिनमें से 23 के बयान लेने की बात कही गई थी. बाद में इस मामले की प्रतिदिन सुनवाई शुरू की गई थी.
कैसे दिया घोटाले को अंजाम
सवाल यह उठता है कि आखिर इस घोटाले को अंजाम कैसे दिया गया.
जानकारी के मुताबिक, यह मामला डेयरी में करोड़ों रुपए का प्रोत्साहन बोनस देने और फिर 80 फीसद तक रकम वापस लेने और उसे ज्वेलरी में निवेश करने से जुड़ा है. इसके अलावा महाराष्ट्र में निशुल्क सागरदाण भेजकर मंडली को 22 करोड़ रुपए की चपत लगाने का भी आरोप लगा है. इस मामले में विपुल चौधरी का नाम ज्यादा चर्चित रहा.