चुनाव जितने पास आते जा रहे है , उतना भाजपा नेता, आपा खोते जा रहे है। पहले महेंद्र सिंह , फिर किशन कपूर , अब दून के विधायक ,परमजीत सिंह पम्मी , सरेआम अधिकारियों के खिलाफ, टिप्णियां कर जयराम सरकार की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं । जुबान फिसलने के कारण, इन नेताओं की तो , किरकिरी हो ही रही है ,साथ में भाजपा सरकार भी लपेटे में आ रही है। कांग्रेस नेताओं को, बैठे बिठाए सरकार को, घेरने के मुद्दे मिल रहे है। ऐसा ही मामला बद्दी में सामने आया है। जिसमें एक वायरल वीडियो में, एक व्यक्ति ने पूछा, पूर्व एसपी ने ,कमेटी को तो नोटिस भेज दिया था। लेकिन जिस गाड़ी ने ,बैरिगेट तोड़ा उसके खिलाफ, कार्रवाई अम्ल में ,क्यों नहीं लाइ गयी।
जवाब में विधायक परमजीत सिंह पम्मी ने कहा , अधिकारी जाते समय यहाँ से , बहुत सा मालपानी इकट्ठा करके चला गया है तो , कार्रवाई क्या होनी थी । वायरल वीडियो के माध्यम से ,विधायक पूर्व एसपी की कार्यशैली पर, सवाल उठाते नज़र आए। अगर उन्हें पता था तो पहले प्रदेश सरकार के ध्यान में यह बात क्यों नहीं लाई गयी। पहले वह मुँह पर ,पट्टी बांधे क्यों बैठे रहे। उनके जाने के बाद वह ,सोशल मीडिया पर टिप्पणियां कर रहे है। अगर उनके पास ,कोई पुख्ता सबूत है तो ,उन्हें जनता के समक्ष सार्वजनिक करना चाहिए। फिलहाल भाजपा विधायक ,परमजीत सिंह पम्मी का , पुलिस अधिकारियों पर, इस तरह की टिप्पणी करना ,बद्दी में चर्चा का विषय है। पुलिस अधिकारी जिसने बद्दी में ,अपराधों पर अंकुश लगाया। जिस अधिकारी ने लूट और मर्डर के मामलों को ,सुलझाया उस अधिकारी के खिलाफ, इस तरह की टिप्पणी एक विधायक को शोभा नहीं देती। इस टिप्पणी से पुलिस अधिकारियों का, मनोबल गिरेगा।