मगर इस आटे में विटामिन डी के साथ शरीर के लिए जरूरी सभी तरह के पोषक तत्व होंगे, जो शरीर में बीमारियों को रोकने में मदद करेंगे। इस आटे को दो से तीन महीने के भीतर बाजार में उतारा जाएगा। इसके लिए जल्द ही निजी कंपनी के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षरित किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि विटामिन डी हड्डियों के लिए सबसे बेहतर स्रोत होता है। यह सिर्फ धूप से ही मिल पाता है। एक अनुमान के अनुसार देश में 70 फीसदी लोगों में विटामिन डी की कमी है। मशरूम विटामिन डी के लिए सबसे बेहतर स्रोत माना जाता है।
यह आटा विटामिन डी का अच्छा स्रोत होगा। यह हाई कोलेस्ट्रॉल को भी कंट्रोल करेगा क्योंकि ढींगरी मशरूम में लोवास्टेकिंग नामक तत्व होता है जो कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।
– डॉ. अनुराधा, मशरूम निदेशालय चंबाघाट की वैज्ञानिक
निदेशालय के वैज्ञानिकों ने मशरूम और अनाज को मिलाकर आटा तैयार किया है। यह आटा विटामिन डी का अच्छा स्रोत है। दो से तीन माह में यह आटा बाजार में आ जाएगा।
– डॉ. वीपी शर्मा, मशरूम निदेशालय चंबाघाट के निदेशक
विटामिन डी की कमी के लक्षण
ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप)
थकान महसूस करना
जोड़ों और हड्डियों में दर्द होना
शरीर में झुर्रियां पड़ना
डिप्रेशन और तनाव होना
मांसपेशियां कमजोर होना
डायबिटीज होना