स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा आयुष मंत्री डाॅ. राजीव सैजल ने कहा कि कृषि क्षेत्र को सुदृढ़ करना समय की मांग है और इस दिशा में केन्द्र तथा हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा सत्त प्रयास किए जा रहे हैं। डाॅ. सैजल आज यहां इंडियन फार्मर्ज अलायन्स (आईफा) द्वारा ‘उन्नत किसान उन्नत कृषि’ विषय पर आयोजित एक दिवसीय संगोष्ठी एवं सफल किसान सम्मान समारोह की अध्यक्षता कर रहे थे।
डाॅ. सैजल ने कहा कि आज भी कृषि आर्थिकी का मज़बूत स्तम्भ है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हमें रासायनिक खेती से प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ना है। अनेक अनुसंधानों ने यह सिद्ध किया है कि रासायनिक खेती मनुष्य सहित अन्य जीव-जन्तुओं एवं उपजाऊ भूमि के लिए हानिकारक सिद्ध हो रही है। इस दिशा में हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक खेती, खुशहाल किसान योजना सभी को राह दिखा रही है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती अपनाकर जहां सम्पूर्ण सृष्टि के लिए सुरक्षित खाद्यान्न की पैदावार की जा सकती है वहीं कृषि योग्य भूमि को अन्नत काल तक उपजाऊ रखा जा सकता है।
आयुष मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में वर्तमान में 01 लाख 20 हजार से अधिक किसान प्राकृतिक खेती कर रहे हैं। उन्होंने सभी किसानांे से आग्रह किया कि प्राकृतिक खेती अपनाएं। उन्होंने सभी से भारतीय नस्ल की गाय पालने का आग्रह भी किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सकल घरेलू उत्पाद में कृषि व सम्बद्ध क्षेत्रों का योगदान लगभग 12.73 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार यह प्रयास कर रही है कि वर्ष 2022 तक प्रदेश के सभी 9.61 लाख किसान परिवारों को प्राकृतिक खेती के तहत लाया जाए।
उन्हांेने कहा कि किसानों को समृद्ध व खुशहाल बनाने के लिए केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं। इन योजनाओं को किसान तक पहुंचाने में सहकारिता क्षेत्र एवं आईफा की अहम भूमिका है।
डाॅ. सैजल ने कृषि वैज्ञानिकों से आग्रह किया कृषि क्षेत्र में हो रहे नवीन अनुसंधान को खेत तक पहुचाएं। उन्होंने कहा कि परम्परागत कृषि के साथ-साथ नवीनतम कृषि तकनीक को अपनाना भी नितांत अनिवार्य है ताकि देश के किसान अपनी आर्थिकी को और सुदृढ़ कर सकें।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश के किसानों को समृद्ध करने के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं। किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना, प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना इस दिशा में श्रेष्ठ सिद्ध हो रही हैं।
राज्य खादी बोर्ड के उपाध्यक्ष पुरूषोत्तम गुलेरिया ने इस अवसर पर कहा कि किसान देश के लिए अमूल्य है। उन्हांेने किसानों से आग्रह किया कि प्राकृतिक खेती के साथ-साथ कृषि की नवीनतम तकनीक को अपनाएं और केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा कार्याििन्वत की जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाएं।
डाॅ. यशवंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वद्यालय नौणी के कुलपति डाॅ. परविन्द्र कौशल, नौणी विश्वविद्यालय में विस्तार शिक्षा के पूर्व निदेशक डाॅ. ओ.पी. शर्मा, इंडियन फार्मर्ज अलायन्स (आईफा) पंजाब के अध्यक्ष सरदार तेजेन्द्र सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में प्रदेश सहित पंजाब तथा हरियाणा से आए प्रगतिशील किसानों को सम्मानित भी किया गया। हिमाचल प्रदेश के किसान बहादुर सिंह ठाकुर, चेतराम, रामलाल ठाकुर, बलदेव ठाकुर को उन्नत कृषि कार्य के लिए सम्मानित किया गया। पंजाब के किसान महेन्द्र सिंह दोसंाज, अशोक झांजी, सरदार तेजेन्द्र सिंह सहित अन्य कृषकों को उन्नत कृषि कार्य के लिए सम्मानित किया गया।
इससे पूर्व इंडियन फार्मर्ज अलायन्स (आईफा) हिमाचल के अध्यक्ष बुद्ध राम ठाकुर ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।
राज्य खादी बोर्ड के उपाध्यक्ष पुरूषोत्तम गुलेरिया, बघाट बैंक के अध्यक्ष पवन गुप्ता, भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डाॅ. राजेश कश्यप, जिला परिषद सोलन की पूर्व अध्यक्ष शीला, भाजपा मण्डल सोलन के अध्यक्ष मदन ठाकुर, ग्राम पंचायत मशीवर के प्रधान नरेंद्र ठाकुर, ग्राम पंचायत भारती के प्रधान मीना राम, ग्राम पंचायत कोठों के उप प्रधान सुनील ठाकुर, ग्राम पंचायत शामती के पूर्व प्रधान संजीव सूद, डाॅ. यशवंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वद्यालय नौणी के कुलपति परविन्द्र कौशल, नौणी विश्वविद्यालय में विस्तार शिक्षा के पूर्व निदेशक डाॅ. ओ.पी. शर्मा, आईफा पंजाब के अध्यक्ष सरदार तेजेन्द्र सिंह, प्रगतिशील किसान संगठन सोलन के महासचिव बलदेव ठाकुर सहित अन्य पदाधिकारी, गणमान्य व्यक्ति तथा किसान इस अवसर पर उपस्थित थे।
2021-08-25