सोलन में पार्किंग की समस्या एक विकराल रूप ले चुकी है | लेकिन नगर निगम सोलन में ना के बराबर पार्किंग है | किसी भी पार्किंग में 50 से ज़्यादा गाड़ियां नहीं लग पाती | जिसके चलते ज़्यादा तर सोलन की पार्किंग भरी रहती है |
शहर वासियों और यहाँ आने वाले पर्यटकों को मजबूरन वाहन सड़क पर खड़े करने पड़ जाते है और उनका भारी भरकम चालान हो जाता है
जिसके चलते लोगों को भारी दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है | यहाँ नगर निगम पार्किंग पिछले कई वर्षों से बना रही है और कई नई पार्किंग बनाने के वायदे भी शहर वासियों को किए गए है | लेकिन यह सब कछुए की चाल से चल रहा है |
वहीँ दूसरी और शहर में वाहनों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है |
शहर वासियों ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि अतिथि देवोभवा कहने से काम नहीं चलने वाला उन्हें सुविधाएं देना भी नगर निगम का दायित्व है | उन्होंने कहा कि जब भी वह अपने घर से वाहन लेकर आते है तो उन्हें यही डर सताता है कि उनका चालान हो जाएगा |
या तो वह अपने वाहन निकालते ही नहीं है अगर निकालते हैं तो पार्किंग न मिलने पर उनका चालान निश्चित है |
सोलन में हर तीसरे व्यक्ति के पास आज कल वाहन है और उनमें से हर चौथे व्यक्ति का चालान हर माह होता है |
पुलिस ने पिछले माह करीबन 30 लाख रूपये के चालान शहर वासियों के किए है | शहर वासियो के अनुसार चालान पुलिस विभाग का सबसे बड़ा आय का साधन है जो जनता की गाढ़ी कमाई से आती है |
उन्होंने कहा कि पहले नगर निगम को प्राथमिकता के तौर पर पार्किंग की व्यवस्था करनी चाहिए और फिर चालान काटने चाहिए लेकिन ऐसी व्यस्था नहीं है इस लिए वह मानते है कि पार्किंग के मुद्दे पर नगर निगम पूरी तरह से असफल रही है |