मौसम गर्म होने से जल्द पिघलने लगी बर्फ, 30 फीसदी तक बढ़ गया बिजली उत्पादन

एसजेवीएन के कारपोरेट कार्यालय शिमला में प्रेस वार्ता में निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंदलाल शर्मा ने बताया कि अभी बिजली उत्पादन ने काफी रफ्तार पकड़ी है। आने वाले दिनों में मौसम पर उत्पादन निर्भर करेगा। जून से सितंबर तक मानसून सीजन के दौरान बिजली उत्पादन में फिर बढ़ोतरी होगी।
बिजली नेटवर्क(सांकेतिक)

सतलुज जल विद्युत निगम (एसजेवीएन) लिमिटेड की बिजली परियोजनाओं में उत्पादन 30 फीसदी तक बढ़ गया है। इस वर्ष गर्मियों का मौसम जल्द शुरू होने से बर्फ भी समय से पहले पिघलने लगी है। नदियों में पानी की मात्रा बढ़ गई है। मार्च 2021 के मुकाबले एसजेवीएन ने इस वर्ष मार्च में अभी तक 270 से 280 मिलियन यूनिट तक बिजली उत्पादन किया है। सामान्य दिनों में इस दौरान बिजली उत्पादन 240 से 245 मिलियन यूनिट रहता है। सोमवार को एसजेवीएन के कारपोरेट कार्यालय शिमला में प्रेस वार्ता में निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंदलाल शर्मा ने बताया कि अभी बिजली उत्पादन ने काफी रफ्तार पकड़ी है। आने वाले दिनों में मौसम पर उत्पादन निर्भर करेगा।

 

जून से सितंबर तक मानसून सीजन के दौरान बिजली उत्पादन में फिर बढ़ोतरी होगी। सरकार ने एक बेसिन पर एक कंपनी को काम देने की एसजेवीएन की मांग पूरी करते हुए उन्हें चिनाब बेसिन पर छह और प्रोजेक्ट आवंटित किए हैं। इनका सर्वे इन्वेस्टिगेशन जारी है। केंद्र ने अरुणाचल प्रदेश में दिवांग बेसिन में पांच प्रोजेक्ट निगम को दिए हैं। बताया कि पूरे देश में डेढ़ लाख मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता है। अरुणाचल प्रदेश में 50 हजार मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता है। 5198 मेगावाट बिजली उत्पादन का निगम को यहां काम मिला है। नेपाल सरकार ने 669 मेगावाट का लोअर अरुण प्रोजेक्ट को निगम को दे दिया है। काजा और किन्नौर में सोलर पार्क स्थापित करने का काम भी जारी है।

 

230 आउटसोर्स कर्मियों को दिए गिफ्ट्स
नंद लाल शर्मा ने मेरा सामाजिक दायित्व के तहत 230 आउटसोर्स कर्मियों को विभिन्न तरह के गिफ्ट्स वितरित किए। उन्होंने अपने जन्मदिवस पर सोमवार को शिमला स्थित कारपोरेट कार्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया। उनकी पत्नी ललिता शर्मा भी मौजूद रहीं।