Dusshera Puja : विजयदशमी के दिन घर में लाएं यह पौधा, घर आएगी मां लक्ष्मी

दशहरा पर शमी के पौधा की पूजा करने के बहुत से फायदा होता है। इस दिन घर में यदि शमी का पौधा लाया जाए तो घर में मां लक्ष्मी का वास होता है। तो आइए जामते हैं शमी के पौधे से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं और शमी की पूजा के लाभ।

shami plant puja benefits

अपना यह राशिफल हर दिन ईमेल पर पाने के लिए क्लिक करें – सब्सक्राइब करेंक्लिक करे

दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व है। इस दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था। इस साल दशहरा 5 अक्टूबर को मनाया जाता है। हमारे देश में हर त्योहार को मनाने का अलग अलग तरीका है। जैसे दशहरा पर कई जगहों पर शमी के वृक्ष की पूजा की जाती है। इतना ही नहीं शमी के पत्ते को बांटा भी जाता है। तो आइए जानते हैं क्यों दशहरे पर शमी का पौधा घर लाना चाहिए और शमी के वृक्ष की पूजा की जाती है। पूजा से आपको क्या लाभ मिलेगा।

मान्यताओं के अनुसार, दशहरे पर शमी की पेड़ की पूजा की जाए तो सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। साथ ही घर में मां लक्ष्मी का वास होता है और सभी देवी देवताओं की कृपा बनी रहती है। साथ ही घर में नकारात्मक शक्तियों का वास भी नहीं होता।

पौराणिक कथा के अनुसार, महर्षि वर्तन्तु का शिष्य कौत्स थे। शिक्षा पूरी होने के बाद गुरु दक्षिणा के रूप में 14 करोड़ स्वर्ण मुद्रा की मांग की थी। गुरु दक्षिणा देने के लिए कौत्स महाराज रघु के पास गए। हालांकि, महाराज रघु का खजाना खाली हो गया था क्योंकि, कुछ दिन पहले ही उन्होंने महायज्ञ करवाया था। महाराज रघु ने कौत्स से तीन दिन का समय मांगे और धन जुटाने का रास्ता खोजने लगे। तभी उन्हें विचार आया कि अगर स्वर्गलोक पर आक्रमण किया जाए तो उसका खजाना फिर से भर सकता है। राजा के इस विचार से देवराज इंद्र घबरा गए और कोषाध्यक्ष कुबेर से रघु के राज्य में स्वर्ण की मुद्राओं की वर्षा का आदेश दिया। इंद्र देव के आदेश पर कुबेर ने रघु के राजा को शमी वृक्ष के माध्यम से स्वर्ण मुद्राओं की वर्षा करा दी थी। कहा जाता है कि जिन दिन यह स्वर्ण वर्ष हुई थी। उस दिन विजयदशमी तिथि थी।

इसे लेकर एक और मान्यता प्रचलित है कि भगवान राम ने युद्ध पर जाने से पहले शमी के वृक्ष की पूजा की थी। वहीं, दूसरी कथा यह है कि जब पांडव अज्ञातवास पर थे तो उन्होंने अपने अस्त्र शमी के पेड़ में छिपाकर रखें थे।

शमी की पूजा के लाभ
1.दशहरे के दिन शमी की पूजा करने से व्यक्ति कई प्रकार के संकटों से बचता है। साथ ही उसे हर क्षेत्र में सफलता मिलती है।
2. विजयदशमी के दिन अगर शमी की पूजा की जाए तो घर से हर तरह का तंत्र मंत्र का असर खत्म हो जाता है।
3. साथ ही शमी का पूजा करने से सभी प्रकार के दोष समाप्त हो जाते हैं। जैसे शनि की साढ़े साती, ढैय्या आदि।