Earth Collide News: क्या पृथ्वी से टकरा सकता है दूसरा ग्रह, धरती पर जीवन खत्म होने की संभावनों पर बड़ा खुलासा

वैज्ञानिकों ने पृथ्वी के किसी दूसरे ग्रह से टकराने और धरती से जीवन के खात्मे का अनुमान लगाया है। उन्होंने बताया है कि पृथ्वी के दूसरे ग्रहों से टक्कर की कितनी संभवना है। उन्होंने यह भी बताया है कि दूसरे ग्रह से टक्कर कैसे हो सकती है। उन्होंने दुष्ट ग्रह के बारे में भी जानकारी दी।

 
earth crash with another planet
पृथ्वी से दूसरे ग्रह के टक्कर की संभावना
वॉशिंगटन: अंतरिक्ष में ग्रहों की चाल पर नजर रखने वाले वैज्ञानिकों ने एक दुष्ट ग्रह के पृथ्वी से टकराने और हम सभी को मरने की संभावना की गणना की है। दुष्ट ग्रह वे होते हैं, जो बिना किसी निश्चित पथ के अंतरिक्ष में यहां-वहां घूमते रहते हैं। ये ग्रह किसी तारे के गुरुत्वाकर्षण से बंधे नहीं होते हैं। इन्हें फ्री फ्लोटिंग ग्रह भी कहा जाता है। ये या तो किसी प्लेनेटरी सिस्टम के भीतर घुस सकते हैं या वहां से बाहर निकल सकते हैं। ये बाहर अपना प्लेनेटरी सिस्टम भी बना सकते हैं। यह ठीक से ज्ञात नहीं है कि अंतरिक्ष कितने दुष्ट ग्रह घूम रहे हैं, हालांकि अकेले मिल्की वे में अरबों या खरब हो सकते हैं।

टक्कर का पृथ्वी पर क्या होगा असर

वैज्ञानिकों ने बताया है कि इनकी संख्या को देखते हुए ऐसी संभावना है कि दुष्ट ग्रह पृथ्वी सहित ब्रह्मांड में अन्य ग्रहों से टकरा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे ग्रह के समान आकार या द्रव्यमान के दुष्ट ग्रह से सीधी टक्कर निश्चित ही पृथ्वी को नष्ट कर देगी। इस टक्कर से हमारी पृथ्वी कक्षा से बाहर जा सकती है। इससे पृथ्वी खुद ही दुष्ट ग्रह बन जाएगी। हालांकि, दूसरी धारण यह है कि पृथ्वी दुष्ट ग्रह न भी बने तो हम या तो सूर्य से दूर चले जाएंगे और बर्फ में जम जाएंगे या फिर सूर्य में समा जाएंगे और जल जाएंगे।

कितना है पृथ्वी के टक्कर का अनुमान

टोरंटो विश्वविद्यालय में आकाशीय यांत्रिकी और कम्प्यूटेशनल भौतिकी के शोधकर्ता गैरेट ब्राउन ने न्यूजवीक को बताया कि मैं अनुमान लगाऊंगा कि अगले 1,000 वर्षों में सौर मंडल के भीतर एक दुष्ट ग्रह के आने की संभावना एक अरब में एक होगी। यहां, मैं ‘सौर मंडल के भीतर आने’ को परिभाषित करता हूं। इसका अर्थ है कि हम दुष्ट ग्रह को इस तरह से देख सकते हैं कि जब हम इसे दूरबीन से देखेंगे तो यह नेप्च्यून या प्लूटो जैसा दिखेगा। एक दुष्ट ग्रह के पृथ्वी की कक्षा में घुसने का मौका 2000 में से एक होगा। इस कारण पृथ्वी की कक्षा बदल सकती है। उन्होंने अगले 1,000 वर्षों में मंगल या शुक्र की तुलना में पृथ्वी के करीब आने वाले दुष्ट ग्रह के दो लाख करोड़ में एक होने का अनुमान लगाया।