भूकंप ने झकझोर दिया जापान, तीन की मौत, 200 से ज्यादा लोग घायल

जापान के प्रशांत तट पर आए 7.4 तीव्रता के भूकंप में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और 200से अधिक घायल हो गए। जापानी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार कि परिवहन और स्थानीय लोगों के जीवन पर इसका प्रभाव गुरुवार को भी जारी रहा। रात के समय आए भूकंप ने पूर्वी जापान के अधिकांश हिस्सों में लोगों को झकझोर दिया। पूर्वी जापान रेलवे ने कहा कि भूकंप के कारण फुकुशिमा और शिरोइशिजाओ स्टेशनों के बीच एक बुलेट ट्रेन पटरी से उतर गई हालांकि, उसमें सवार 75 यात्रियों और चालक दल के तीन सदस्यों में से कोई भी घायल नहीं हुआ।

रखरखाव कर्मियों ने गुरुवार को ट्रैक की जांच की और उसमें आयी खराबी की पुष्टि की। तोहोकू क्षेत्र में कई ट्रेन सेवाएं अब भी निलंबित हैं, जिससे यात्री फंसे हुए हैं। मियागी प्रान्त के इशिनोमाकी बंदरगाह पर 30 सेंटीमीटर तक ऊंची लहरें दर्ज की गईं। फुकुशिमा और मियागी के तटों पर रहने वाले सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। एनएचकेन्यूज ने बताया कि भूकंप के कारण बिजली की आपूर्ति बंद हो गई जिससे 20 लाख से अधिक घर प्रभावित हुए और ट्रेन सेवाएं बाधित हुईं। भूकंप के कारण मध्य मियागी में एक प्रसिद्ध समुराई नेता की प्रतिमा में दरारें पड़ गईं और उसमें आग लगने के साथ ही संरचनात्मक नुकसान भी हुआ।

 

टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी ने फुकुशिमा दाइची परमाणु ऊर्जा संयंत्र में कोई बड़ी समस्या या असामान्यता की सूचना नहीं दी है। एनएचके न्यूज ने बताया कि फुकुशिमा दैनी संयंत्र में खर्च किये गये ईंधन भंडारण पूल में पानी के पंपों ने अस्थायी रूप से काम करना बंद कर दिया, लेकिन विकिरण के स्तर में कोई बदलाव नहीं आया है।

भूकंप के झटके स्थानीय समयानुसार बुधवार रात करीब 11:36 पर महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र 37.7 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 141.7 पूर्वी देशांतर पर 60 किमी की गहराई में स्थित था। मियागी और फुकुशिमा प्रान्त में तटीय क्षेत्रों में एक मीटर तक की सुनामी की चेतावनी जारी की गयी थी और निवासियों से तट से दूर रहने का आग्रह किया गया था। ईस्ट निप्पॉन एक्सप्रेसवे कंपनी ने ओसाकी में तोहोकू एक्सप्रेसवे, मियागी प्रांत और फुकुशिमा के सोमा में जोबन एक्सप्रेसवे सहित एक्सप्रेसवे के कई हिस्सों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया।