शिक्षा की गुणवत्ता लाने के मकसद से प्रदेश सरकार सीआरसी (क्लस्टर रिसोर्स सेंटर) स्थापित कर रही है। पहले चरण में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने शिमला के लाल पानी प्राथमिक स्कूल में एलीमेंट्री शिक्षा में गुणवत्ता के लिए सीआरसी सेंटर का शुभारंभ किया, जिसमें 365 स्कूलों को जोड़ा गया है। शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटलाइजेशन के माध्यम से गुणवत्ता लाने के लिए यह सेंटर काम करेगा। एक-दूसरे के अनुभवों को अध्यापक इसके माध्यम से सांझा करेंगे।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि आज का युग डिजिटल युग है। ऐसे में दुर्गम क्षेत्रों तक लेटेस्ट जानकारी को पहुंचाने के लिए डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल किया जा सकता है। हिमाचल प्रदेश सरकार शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए पहले ही बजट में कई सुधारात्मक योजनाएं शुरू कर रही है, जिसमें हर विधानसभा क्षेत्र में दो इंग्लिश मीडियम स्कूल, स्मार्ट क्लास सहित अन्य चीजों को जोड़ा गया है। उसी दिशा में सीआरसी भी काम करेगा।
वहीं शिक्षा मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के स्कूलों में अध्यापकों की काफी कमी है, जिसे देखते हुए सरकार शीघ्र से शीघ्र अध्यापकों के खाली पड़े पदों को भरने के लिए काम कर रही है। वहीं बैच वाइज भर्तियां भी शुरू की गई है। जहां पर अध्यापक बहुत कम है उन विद्यालयों में प्राथमिकता के आधार पर अध्यापकों को भेजा जा रहा है।