रियासत के जमाने से ‘हिन्दू-मुस्लिम’ भाईचारे की मिसाल देने वाले नाहन शहर में ईद-उल-फितर का पर्व हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। हिन्दू परिवार मुस्लिम भाईयों के घरों में पहुंचने के बाद गले मिलकर ईद मुबारक कर रहे हैं। बता दें कि समूचे देश में शहर का भाईचारा एक अलग पहचान रखता है।
शनिवार सुबह रामकुंडी के समीप ईदगाह मैदान में इबादत में हजारों सिर एक साथ झुके। मुस्लिम समुदाय ने नमाज अता कर देश व दुनिया के लिए अमन व चैन की दुआ मांगी। स्थानीय विधायक अजय सोलंकी ने ईदगाह मैदान में पहुंचकर मुस्लिम भाईयों को ईद की बधाई दी।
विधायक ने ईदगाह से जुड़ी समस्याओं के शीघ्र निस्तारण का भी आश्वासन दिया। अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष बाॅबी अहमद व जामा मस्जिद के इमाम मोहम्मद राउफ ने मुस्लिम भाईयों को बधाई दी।
दीगर है कि शहर में हिंदुस्तान-पाकिस्तान बंटवारे के दौरान भी भाईचारा कायम रहा था। मुस्लिम परिवार न केवल हिन्दू त्यौहारों में शामिल होते हैं, बल्कि दशहरे जैसे पावन मौके पर रावण, कुंभकरण व मेघनाथ के पुतले भी मुस्लिम समुदाय द्वारा ही बनाए जाते हैं।
उधर, अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष बाॅबी अहमद ने एक संदेश में कहा कि इंशा अल्लाह, हमारा भाईचारा बना रहेगा। उम्मीद करता हूं कि देश तरक्की करेगा, बेरोजगारों को रोजगार प्राप्त होगा।