बच्चू कडू फिलहाल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को झटका देने के मूड में नजर आ रहे हैं। प्रहार जनशक्ति पार्टी के मुखिया बच्चू कडू फिलहाल तो हमारा गठबंधन महाराष्ट्र के दोनों सत्ताधारी दल से है लेकिन आगामी चुनावों में हमारा गठबंधन किसी अन्य दल के साथ भी हो सकता है।
मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में प्रहार जनशक्ति पार्टी के मुखिया बच्चू कडू (Bachchu Kadu) राज्य की एकनाथ शिंदे फडणवीस सरकार (Shinde- Fadnavis government) को झटका देने की तैयारी में हैं। मुंबई (Mumbai) में पत्रकारों से बातचीत के दौरान बच्चु कडू ने कहा कि फिलहाल हमारा गठबंधन एकनाथ शिंदे-फडणवीस सरकार के साथ हैं लेकिन आगामी चुनावों में हम किसी के साथ भी गठबंधन कर सकते हैं। एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) को झटका देने वाले कड़ी के इस बयान के बाद महाराष्ट्र की सियासत में अटकलों का बाजार गर्म हो चुका है। आगामी चुनाव में कौन कितनी जगह पर उम्मीदवार उतारेगा इसपर भी चर्चा शुरू है। बच्चू कडू ने कहा कि अभी उन सीटों का चुनाव हमने नहीं किया है जहां से हमारे पार्टी के प्रत्यशी को चुनाव लड़ना है।
फिलहाल हम दस से पंद्रह जगहों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। हमारे चुनावी मैदान में उतरने की वजह से सिर्फ बीजेपी (BJP) को ही नहीं बल्कि उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की शिवसेना, कांग्रेस (Congress) और एनसीपी (NCP) को भी तकलीफ हो सकती है। इन चुनाव में हम गठबंधन पर ध्यान दे रहे हैं जो किसी भी समान विचारधारा वाले दल के साथ हो सकती है। बच्चू कडू ने कहा कि बीते पांच साल की राजनीति में देखें तो सभी दल ने सत्ता और विपक्ष दोनों का स्वाद चखा है।
रवि राणा के पीछे कौन?
बच्चू कडू ने कहा कि दिल्ली में 24 दलों की सरकार थी राजनीति में हमेशा एक और एक दो नहीं होता, वो भी कभी कभी शून्य हो जाता है। उन्होंने कहा कि राजनीति में अंत नहीं देखा जाता। ऐसा करना सिर्फ और सिर्फ मूर्खता होगी। फिलहाल हम शिंदे- बीजेपी सरकार के साथ हैं और उनके साथ ही रहेंगे। जहां तक बात रवि राणा के बयान और उनके पीछे कौन है। तो पहले उन्होंने कहा कि विवाद खत्म हो गया फिर कहा कि अभी खत्म नहीं हुआ घर में घुसकर मारूंगा। मुझे लगता है कि खुद वही अपने पीछे हैं। बच्चू कडू ने कहा कि पिछली सरकार में उद्धव ठाकरे ने मुझे मंत्री बनाया उसी प्रकार हमने भी उन्हें मुख्यमंत्री बनाया था। आप इसे सिर्फ एकतरफा न समझें। हर एक वोट का अपना महत्व होता है। हमारे वोट की बदौलत वो मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने अपना वचन निभाया और मुझे मंत्री बनाया इसलिए उनका आभार मानता हूं।
तो शिंदे को छोड़ देंगे उनके विधायक
महाराष्ट्र विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे की माने तो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे फिलहाल काफी डरे हुए हैं। उन्हें इस बात का खौफ है कि अगर अगला मंत्रिमंडल विस्तार हुआ तो उनके साथ बगावत करके आए हुए कई विधायक उनका साथ छोड़ सकते हैं। अंबादास दानवे ने इस बात की भी आशंका जताई कि आगामी मंत्रिमंडल विस्तार जल्द होने के आसार दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे हैं। दानवे ने कहा कि एकनाथ शिंदे द्वारा सभी विधायकों से किया गया वादा पूरा कर पाना संभव नहीं है।
क्या रवि राणा और बच्चू कडू का पुराना विवाद
महाराष्ट्र में 50 खोखे (50 करोड़ ) की लड़ाई को लेकर विधायक रवि राणा और पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक बच्चू कडू के बीच में ठनी हुई थी। विधायक रवि राणा ने यह आरोप लगाया था कि बच्चू कडू और उनके समर्थक विधायकों ने 50 खोखे यानी 50 करोड़ लेकर शिंदे-बीजेपी सरकार को अपना समर्थन दिया है। रवि राणा की इसी बात पर बच्चू कडू भड़क उठे हैं। उनका कहना है कि या तो सबूत दो वरना माफी मांगो। देवेंद्र फडणवीस और सीएम के समझाने के बाद इस मामले में विधायक रवि राणा सार्वजानिक रूप से माफ़ी मांग चुके हैं।