उद्धव ठाकरे को एकनाथ शिंदे ने दिया एक और झटका- प्रेस रिव्यू

एकनाथ शिंदे

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शिवसेना के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे के हाथ से वर्तमान शिवसेना फिसलती दिख रही है. ठाणे शिवसेना कॉर्पोरेटर्स का पूरा समूह एकनाथ शिंदे कैंप में चला गया है.

शिवसेना के 67 में से 66 कॉर्पोरेटर्स शिंदे खेमे में चले गए. इनमें पूर्व मेयर नरेश मास्के भी शामिल हैं. एकमात्र कॉर्पोरेटर्स नंदिनी विचारे उद्धव कैंप के साथ बची हैं. वह शिवसेना के सांसद राजन विचारे की पत्नी हैं.

बुधवार को उद्धव ठाकरे कैंप ने राजन विचारे को लोकसभा में चीफ़ व्हिप बनाया था.

अंग्रेज़ी अख़बार इकनॉमिक टाइम्स ने इसी ख़बर को तीसरे पन्ने की लीड बनाई है. आज की प्रेस रिव्यू में पहली ख़बर के रूप में इसे ही पढ़िए.

अगर तकनीकी रूप से देखा जाए तो 66 कॉर्पोरेटर्स पूर्व कॉर्पोरेटर्स हैं क्योंकि फ़रवरी में ही ठाणे नगर निगम का कार्यकाल ख़त्म हो गया था और मॉनसून के बाद चुनाव होना है.

हालांकि इसके बावजूद इस घटना को कमतर नहीं आंका जा सकता है. मुंबई के बाद ठाणे को शिवसेना का गढ़ माना जाता है.

शिंदे ने ठाणे की पूरी यूनिट को अपने पाले में कर लिया है. इससे पता चलता है कि शिंदे न केवल विधायकों को अपने खेमे में रख सकते हैं बल्कि नगर निकाय के प्रतिनिधि भी उन्हीं के साथ हैं.

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शिंदे के साथ ठाणे, पालघर, कल्याण डोम्बिवली और भिवंडी पार्टी यूनिट है. अब उद्धव खेमे का वह दावा कमज़ोर पड़ रहा है कि पार्टी के लोग शिंदे के साथ नहीं हैं. सूत्रों का कहना है कि नवी मुंबई के 25 कॉर्पोरेटर्स भी शिंदे कैंप में शामिल हो सकते हैं.

यहाँ तक कि ग्रामीण महाराष्ट्र में भी उद्धव कैंप के लोग शिंद खेमे में आ सकते हैं. नागपुर में शिवसेना के कई पदाधिकारियों ने शिंदे कैंप में आने का मन बना लिया है. उद्धव खेमे को लगता है कि महाराष्ट्र के जिन ग्रामीण इलाक़ों के विधायक शिंदे कैंप में गए हैं, उनका असर उन इलाक़ों के पार्टी संगठन पर भी पड़ रहा है.

शिवसेना की फूट का असर उसके सांसदों तक पहुँच गया है और राष्ट्रपति चुनाव को लेकर भी मतभेद उभरने लगा है. पालघर से शिवसेना के लोकसभा सांसद राजेंद्र गवित ने कहा है कि पार्टी को विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को वोट करने के फ़ैसले पर फिर से विचार करना चाहिए. उन्होंने एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मूर्मु की वकालत की है.

बुधवार को अमरावती से शिवसेना के पूर्व सांसद आनंदराव अद्सुल ने पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया था. ऐसी अटकलें हैं कि वह भी शिंदे खेमे में जा सकते हैं. शिरूर से शिवसेना के पूर्व सांसद शिवाजीराव अधालराव पाटिल ने शिंदे को मुख्यमंत्री बनने पर बधाई दी थी और इसके लिए उद्धव ठाकरे ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया था.

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टाइम्स ग्रुप के शीर्ष प्रबंधन से ई़डी की पूछताछ

इंडियन एक्सप्रेस की एक ख़बर के अनुसार, देश के सबसे बड़े मीडिया घरानों में से एक बेनेट कोलमेन एंड कंपनी लीमिटेड यानी बीसीसीएल एक केंद्रीय एजेंसी की जाँच के घेरे में है.

बीसीसीएल का ही टाइम्स ऑफ इंडिया ग्रुप है. अख़बार की ख़बर के अनुसार, कंपनी के शीर्ष के मैनजरों को ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय से कई चरणों में पूछताछ का सामना करना पड़ा है.

हाल ही में ईडी ने टाइम्स ग्रुप को ऑफशोर निवेश की ठोस सूचना से अवगत कराया था. बीसीसीएल के स्वामित्व में कई भाषाओं में मीडिया और इंटरटेनमेंट प्लेटफॉर्म हैं. इनमें डिज़िटल और रेडियो भी शामिल हैं.

पिछले कुछ हफ़्तों में कंपनी के चेयरमैन शिवकुमार सुंदरम और चीफ़ फ़ाइनैंशियल ऑफिसर हिमांशु अग्रवाल से ईडी ने अपने दिल्ली मुख्यालय में पूछताछ की है. अधिकारियों का कहना है कि बीसीसीएल का वित्तीय का लेनदेन जाँच के घेरे में है.

यह मामला बीसीसीएल और ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड्स में 900 करोड़ रुपए भेजने का है. ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड्स को टैक्स चोरी के सुरक्षित अड्डे के रूप में जाना जाता है. इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के अनुसार, आरोप है कि टाइम्स ग्रुप ने फॉरन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट यानी फेमा का उल्लंघन किया है. इसके अलावा कंपनी प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की जाँच के घेरे में भी है.

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वीवो इंडिया ने टैक्स बचाने के लिए 62,476 करोड़ रुपये विदेश भेजेः ईडी

हिन्दी अख़बार दैनिक भास्कर ने चीनी स्मार्टफ़ोन कंपनी वीवो पर ईडी की रेड के बाद उसके बयान को प्रमुखता से जगह दी है. दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, चीनी स्मार्टफोन निर्माता वीवो की भारतीय इकाई ने टैक्स देनदारी से बचने के लिए अपने कुल कारोबार का लगभग 50% हिस्सा यानी 62,476 करोड़ रुपए चीन सहित दूसरे देशों को भेज दिया.

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वीवो मोबाइल इंडिया और इससे संबद्ध 23 कंपनियों के देश भर में मौजूद 44 ठिकानों पर बुधवार को छापेमारी की थी. इस कार्रवाई में 119 बैंक खातों में रखी 465 करोड़ रुपए की राशि जब्त की गई है. इसके अलावा 66 करोड़ रुपए की एफडी, 2 किलो सोना और 73 लाख रुपए की नकदी भी जब्त की गई है.

ईडी ने बताया, वीवो के पूर्व डायरेक्टर बिन लोऊ ने भारत में कई कंपनियां बनाने के बाद वर्ष 2018 में देश छोड़ दिया था. अब इन कंपनियों के वित्तीय ब्योरे भी जांच एजेंसी की नज़र में हैं. ईडी का आरोप है कि वीवो इंडिया के कर्मचारियों ने तलाशी के दौरान सहयोग नहीं किया. इन लोगों ने भागने एवं डिज़िटल उपकरण छिपाने की कोशिश भी की. हालांकि एजेंसी की टीमें इन डिज़िटल सूचनाओं को हासिल करने में सफल रहीं.

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दलाई लामा

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दलाई लामा 15 जुलाई को जाएंगे लेह

अंग्रेज़ी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के अनुसार, तिब्बत के निर्वासित बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा 15 जुलाई को लेह जाएंगे.

दलाई लामा चार साल बाद पहली बार लेह जा रहे हैं. दलाई लामा का लेह दौरा तब हो रहा है, जब भारत और चीन के संबंध ठीक नहीं हैं. पूर्वी लद्दाख में सरहद पर दोनों देशों के बीच पर्याप्त तनाव है.

चीन हमेशा से दलाई लामा के इस इलाक़े में दौरे को लेकर आपत्ति जताता रहा है. 2018 में जब दलाई लामा लेह गए थे तब भी चीन ने कड़ी आपत्ति जताई थी.

अख़बार की रिपोर्ट के अनुसार, अभी स्पष्ट नहीं है कि वह लेह में कितने दिनों तक रहेंगे. हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला स्थित दलाई लामा के कार्यालय के सूत्रों का कहना है कि वह सिंधु नदी के तट पर स्थित चोगलाम्सार गाँव में एक महीने तक रहेंगे.

वह यहाँ बौद्धों के अलावा अन्य समुदायों को भी उपदेश देंगे. बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दलाई लामा को 87वें जन्मदिन पर फ़ोन कर बधाई दी थी. मोदी ने लगातार दूसरे साल दलाई लामा को फ़ोन कर बधाई दी है. इससे पहले पीएम मोदी दलाई लामा को सार्वजनिक रूप से बधाई देने से बचते थे.