Eknath Shinde: 2019 में हमारी सरकार आनी चाहिए थी, नए साल में होगा नया धमाका, एकनाथ शिंदे के मन में क्या है?

Uddhav Thackeray: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमारी सरकार को साल 2019 में ही आना चाहिए था। खैर यह काम चार महीने पहले हुआ है। वहीं सरकार में मंत्री उदय सामंत ने कहा कि नए साल में नया धमाका होगा। हमारे संपर्क में ठाकरे गुट के दस से बारह विधायक हैं।

 
Eknath Shinde
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे
मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने कहा कि साल 2019 में ही हमारी सरकार आनी चाहिए थी। जो काम तब नहीं हो पाया वह चार महीने पहले हुआ है। यह बात एकनाथ शिंदे ने उस समय कही जब नासिक (Nasik) के ग्यारह पूर्व नगरसेवक वर्षा बंगले पर उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) का गुट छोड़कर शिंदे गुट में शामिल हो रहे थे। शिंदे ने कहा कि बहुत कम समय में ही हमारी सरकार काफी लोकप्रिय हो गई है। इसलिए विपक्ष को अपने पैरों तले जमीन खिसक के हुई नजर आ रही है। जनता को भी मेरा फैसला पसंद आया है मेरे नासिक दौरे के बाद उनके हित के काम भी होने शुरू हो चुके हैं। इसलिए जनता को भी लगता है कि ये अपनी सरकार है। लोगों का हम पर विश्वास है इसी वजह से हर दिन पार्टी में नए-नए लोग जुड़ते जा रहे हैं। एकनाथ शिंदे गुट के मंत्री उदय सामंत (Uday Samant) ने आज एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिंदे के संपर्क में दस से बारह विधायक हैं जो नए साल में हमारे दल में शामिल हो जाएंगे। सामंत ने कहा कि नए साल में हम नया धमाका करेंगे।

सामंत ने कहा कि नए साल में महाराष्ट्र (Maharashtra) में बड़ी राजनीतिक घटना घटेगी जिसके चलते एकनाथ शिंदे गुट का प्रभाव बढ़ेगा। सामंत ने कहा कि बीते कई दिनों से सरकार गिरने की भविष्यवाणियां की जा रही हैं, तारीखें बताई जा रही हैं लेकिन सरकार के पास 170 विधायकों का बहुमत है। इसके अलावा अगले साल में यह आंकड़ा बढ़कर 180 से 182 विधायकों तक पहुंच जाएगा। इसलिए सरकार पर किसी प्रकार का खतरा नहीं है। वैसे धमाका तो हमने पांच महीने पहले ही किया था।

नए मंत्रिमंडल में महिलाओं को मिलेगी जगह!
महाराष्ट्र बीजेपी की महिला अध्यक्षा चित्रा वाघ ने कहा कि हिंदी फॉन्ट में सरकार के नए मंत्रिमंडल में कम से कम तीन से चार महिलाओं को देखें दी जाएगी। इस बात का मुझे भरोसा भी है। अभी तक सरकार में किसी महिला को जिम्मेदारी नहीं दी गई है। वहीं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि मैंने गुवाहाटी में सही फैसला लिया था। अगर कोई काम करने की ठान लो और उसके लिए पूरी ईमानदारी से करने का प्रयास करो तो वह काम जरूर पूरा होता है।