Eknath Shinde: जल्द अयोध्या क्यों जाना चाहते हैं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे? CM ने छठ पूजा के मंच से बताई यह वजह

Maharashtra News: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने छठ पूजा के मंच से घोषणा करते हुए कहा है कि वह जल्द ही अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए जाएंगे। एकनाथ शिंदे ने कहा कि मुंबई समेत देश के कोने-कोने में छठ पूजा का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। मैं भी छठ पूजा मनाने वाले अपने सभी भाइयों-बहनों को दिल से शुभकामनाएं देता हूं।

मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने छठ पूजा के मौके पर ठाणे शहर में हजारों की तादाद में इकट्ठा हुए उत्तर भारतीय के बीच जाकर उनको अपना मुरीद बना लिया। एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने कहा कि मैं छठ पूजा (Chhath Puja) में हमेशा आने का प्रयास करता हूं और आता भी हूं। ठाणे शहर का वागले एस्टेट मेरा गढ़ है और यहां आप लोगों ने मेरे पार्षद से लेकर मुख्यमंत्री बनने तक के सफर में साथ दिया है। आप लोगों के निमंत्रण पर मेरा आना स्वाभाविक है। एकनाथ शिंदे ने कहा कि छठ पूजा का पर्व महाराष्ट्र ही नहीं पूरे देश में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। ठाणे जिले में भी तालाब परिसर में यह पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। 3 महीने पहले मैंने भी एक कार्यक्रम किया था। जिसे महाराष्ट्र समेत पूरे देश में देखा। गणेशोत्सव (Ganeshotsav) और दिवाली के बाद छठ पर्व का आयोजन किया गया है।उन्होंने कहा कि ऐसे ही छोटे-छोटे कार्यक्रमों से देश की अर्थव्यवस्था को भी गति मिलती है।

शिंदे ने कहा कि दिवंगत आनंद दिघे ने महाराष्ट्र के लिए और ठाणे के लिए बहुत कुछ किया है। बालासाहेब ठाकरे (Bala Saheb Thackeray) के विचारों को आगे बढ़ाने के काम में हम लगे हुए हैं। एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमारी सरकार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का समर्थन प्राप्त है। उन्होंने धारा 370 को खत्म किया है। प्रधानमंत्री ने अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) निर्माण की शुरुआत कार्रवाई है। मैं भी जल्द अयोध्या रामलला के दर्शन के लिए जाऊंगा।

लोगों के दिल की बात को पूरा किया
एकनाथ शिंदे ने कहा कि जहां-जहां भी हम जाते हैं वहां हजारों की तादात में लोग स्वागत के लिए मौजूद रहते हैं महाराष्ट्र में बड़ा परिवर्तन हुआ है दूसरे राज्य के लोग भी स्वागत के लिए तैयार हैं। हमने लोगों के दिल की बात को पूरा करने का काम किया हैं। ग्रामपंचायत चुनाव में बीजेपी को 397 सीटें मिली हैं जबकि बालासाहेब की शिवसेना को 277 सीटें मिली हैं। विरोधी दल अभी से चिंतित हैं कि अगर चार महीने में इतनी सीटें मिली हैं तो ढाई साल में न जाने क्या-क्या होगा। एकनाथ शिंदे ने कहा कि मैं काम करने वाला मुख्यमंत्री हूं। जो लोग कल तक काम नहीं करते थे आज मैंने उन्हें भी काम पर लगा दिया है। विपक्ष पर निशाना साधते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा कि सभी को इस बात की चिंता है कि आखिर में सोता कब हूं। मैं जागने वाला मुख्यमंत्री हूं। मुझे जनता के लिए काम करना है। उन्हें न्याय देना है और राज्य की सुरक्षा और विकास करना है।

रवि राणा और बच्चू कडू का विवाद खत्म होगा
रवि राणा बनाम बच्चू कडू की सियासी जंग के मुद्दे पर भी एकनाथ शिंदे ने बातचीत की। उन्होंने कहा कि दोनों ही नेताओं के बीच में चल रही जुबानी जंग बंद होनी चाहिए। महाराष्ट्र की सियासत के लिए यह ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मसले पर दोनों ही नेताओं से मैं और उपमुख्यमंत्री बातचीत करेंगे और उन्हें समझाएंगे ताकि उनके बीच का यह विवाद खत्म हो जाए। हालांकि, बच्चू कडू की माने तो वह इस मामले में आर-पार की लड़ाई के मूड में नजर आ रहे हैं। बच्चू कडू का कहना है कि रवि राणा ने उनकी और उनके समर्थक विधायकों की बदनामी की है। रवि राणा या तो सबके सामने अपने शब्दों को वापस लेते हुए माफी मांगें या फिर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री उन पर कार्रवाई करें। फिलहाल मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद में आगे की रणनीति का खुलासा करूंगा।

क्या है मामला
महाराष्ट्र में 50 खोखे (50 करोड़ ) की लड़ाई को लेकर विधायक रवि राणा और पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक बच्चू कडू के बीच में ठनी हुई है। विधायक रवि राणा ने यह आरोप लगाया है कि बच्चू कडू और उनके समर्थक विधायकों ने 50 खोखे यानी 50 करोड़ लेकर शिंदे-बीजेपी सरकार को अपना समर्थन दिया है। रवि राणा की इसी बात पर बच्चू कडू भड़क उठे हैं। उनका कहना है कि या तो सबूत दो वरना माफी मांगो। इस बात की शिकायत बच्चू कडू ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी की है। हालांकि, दोनों ही आला नेताओं की तरफ से बच्चू कडू को यह आश्वासन दिया गया कि वह रवि राणा से बात करेंगे और उन्हें समझाएंगे। बावजूद इसके बच्चू कडू का आरोप है कि रवि राणा लगातार इस तरह के बयान दे रहें हैं।