नगरोटा बगवां उपमंडल के तहत ग्राम पंचायत रजियाणा 53 मील में एक परिवार बीमारी के बाद भटकने को मजबूर है। पंचायत के वार्ड-2 निवासी राजेश कुमार की पत्नी सोनिका कुमारी की दोनों किडनियां खराब हो चुकी हैं। कोरोना काल से पहले राजेश की नौकरी चली गई थी। इसके बाद घर पर मेहनत-मजदूरी कर पत्नी की देखभाल कर रहे हैं। ज्वालाजी में रहने वाली सोनिका की बहन रेणु एक किडनी डोनेट करने को तैयार है लेकिन अस्पताल में ट्रांसप्लांट का खर्चा इतना अधिक है कि भरना मुश्किल हो रहा है। राजेश ने नौकरी के दौरान जो कुछ कमाया था वह पत्नी की बीमारी पर लगा चुका है।
छोटी बहन बोली-दीदी के बच्चे छोटे, मैं जिंदा देखना चाहती हूं
सोनिका की छोटी बहन रेणु ने बताया कि उनके बच्चे बहुत छोटे हैं। मैं अपनी मर्जी से दीदी के लिए किडनी डोनेट कर रही हूं। कई जगह पढ़ा है कि एक किडनी से जी सकते हैं। बहन की सांसें चलती रहें, इसके लिए ट्रांसप्लांट के लिए भी पैसे जुटा रहे हैं। सोनिका ने बताया कि सभी टैस्ट हो गए हैं। छोटी बहन के आगे आने से उम्मीद जगी है।
आईआरडीपी में नहीं है परिवार
पीड़ित सोनिका ने बताया कि पहले पति नौकरी करते थे तो सब ठीक था। पहले आईआरडीपी में थे लेकिन बाद में परिवार का नाम काट दिया गया। हिमकेयर कार्ड का फायदा तो मिल रहा है लेकिन दवाइयां बाहर से खरीदनी पड़ रही हैं।
जितना हो सकेगा, पंचायत करेगी मदद : प्रधान
पंचायत रजियाणा 53 की प्रधान संतोष कुमारी ने बताया कि पहले यह परिवार आईआरडीपी में था लेकिन पिछली पंचायत में इनका नाम काट दिया था। इन्हें अंत्योदय में डालने के लिए बीडीओ से आग्रह किया गया है। जैसे ही आदेश मिलते हैं, इनका नाम पहले डाला जाएगा। स्थानीय विधायक अरुण कुमार को भी मामले में बता दिया गया है। परिवार की जितना हो सकेगा, मदद की जाएगी।
एक किडनी से भी सामान्य जीवन जी सकते हैं
फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा डॉक्टर कुलदीप कहा कि ऐसा मामला है तो छोटी बहन किडनी डोनेट कर सकती है लेकिन इसके लिए तमाम औपचारिकताएं करनी पड़ती हैं। एक किडनी से भी सामान्य जीवन जी सकते हैं। ऐसा करने से अन्य भी अपनों को बचाने के लिए प्रेरित होंगे।