प्रदेश के प्रत्येक घर में अब स्मार्ट मीटर लगेगा। इस बाबत शिमला व डलहौजी में काम शुरू हो गया है। चरणवद्ध तरीके से बाकी जिलों को भी कवर किया जाएगा। यहां बता दें कि केंद्र सरकार से 3665 करोड़ रुपए की योजना स्वीकृत हुई है जिसके तहत 2025 तक सूबे के घर घर स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य तय किया गया है। खास बात यह है कि उपभोक्ताओं को बिजली बिल का मैसेज मोबाइल पर आ जाएगा जिसके बाद वे ऑनलाईन या फिर ऑफलाइन बिल का भुगतान कर सकेंगे। आने वाले समय में स्मार्ट मीटरों को प्री-पेड करने की योजना है। ऐसे में बिजली बोर्ड उपभोक्ताओं को आसान सुविधाएं प्रदान करने के लिए कृतसंकल्प है। बिजली बोर्ड के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। बिलासपुर में पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि प्रदेश के उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर की सौगात मिलने जा रही है जिसकी शुरूआत शिमला व डलहौजी से हो चुकी है। इसी तरह क्रमवद्ध ढंग से हरेक जिला को कवर किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले बोर्ड ने एक प्रस्ताव केंद्र सरकार की स्वीकृति के लिए भेजा था जिसके तहत 3665 करोड़ की योजना मंजूर हुई है। इस योजना से हिमाचल प्रदेश के हर घर में बिजली का स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि डिजिटल युग में बिजली बोर्ड अपने उपभोक्ताओं को आसान से आसान सहूलियतें प्रदान करने की योजना पर काम कर रहा है। नए स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए काफी फायदेमंद साबित होंगे। इससे उन्हें बिजली बिल का मैसेज मोबाईल पर आ जाएगा और वह बिल का भुगतान विभिन्न माध्यमों से कर पाएंगे। इसके अलावा आने वाले समय में प्री-पेड व्यवस्था आरंभ की जाएगी। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में इस समय 26 लाख के लगभग उपभोक्ता हैं। इनमें से 21 लाख डोमैस्टिक जबकि शेष कॉमर्शियल
उपभोक्ता हैं।
मोबाइल पर आएगा बिल का मैसेज
अभी पुराने बिजली मीटर हैं और घर घर जाकर कर्मचारी बिल वितरण करते हंै। ऐसे में व्यवस्था में बदलाव के लिए सरकार नई योजनाओं पर काम कर रही है। स्मार्ट मीटर से हर घर को जोडऩे की योजना पर काम चल रहा है। इस नई व्यवस्था से उपभोक्ताओं को बिल का भुगतान करना आसान होगा और उनके मोबाइल पर हर माह बिल का मैसेज आ जाएगा जिससे ऑनलाईन माध्यम से ही वे बिल का भुगतान कर सकेंगे।