शेयर बाजार में कल कदम रखेगी इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट, निवेशकों को तगड़ा रिटर्न मिलने की उम्मीद, क्या है जीएमपी?

इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट इंडिया लिमिटेड का IPO 4 से 7 अक्टूबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था.

इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट इंडिया लिमिटेड का IPO 4 से 7 अक्टूबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था

नई दिल्ली. देश की सबसे बड़ी इलेक्ट्रॉनिक रिटेलर्स में से एक इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट इंडिया का आईपीओ कल बाजार में लिस्ट होगा. बाजार के जानकारों का मानना है कि इसके शेयरों की मजबूत लिस्टिंग होगी. इसके निवेशकों को हर शेयर पर 20-25 रुपये का लाभ होने की उम्मीद है. बता दें कि इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट के आईपीओ को निवेशकों से अच्छा रिस्पॉन्स मिला था और यह इश्यू कुल 72 गुना सब्सक्राइब हुआ था.

मार्केट विश्लेषकों के अनुसार, कंपनी की सही वैल्युएशन, तगड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद मजबूत वित्तीय स्थिति और इंडस्ट्री में ग्रोथ की संभावना के कारण निवेशकों ने इस इश्यू को हाथों-हाथ लिया. जानकार शेयरों के इश्यू प्राइस से 35-40 फीसदी ऊपर लिस्ट होने की उम्मीद जता रहे हैं.

जीएमपी

कंपनी के शेयरों का ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) इसके इश्यू प्राइस से 30 रुपये अधिक है. इसका मतलब है कि ग्रे मार्केट को भी इस कंपनी के शेयरों से अच्छी उम्मीद है. कंपनी ने शेयरो का प्राइस बैंड 56-59 रुपये तक तय किया था. अगर इश्यू प्राइस के ऊपरी स्तर से जीएमपी को देखें तो कंपनी के शेयर 89 रुपये पर बाजार में लिस्ट हो सकते हैं. यह प्राइस बैंड से करीब 50 फीसदी ऊपर है.

शेयर होल्ड करें या निकालें?

प्रोफिशिएंट इक्विटीज के संस्थापक व निदेशक मनोज डालमिया कहते हैं कि शेयरों का जीएमपी 30 रुपये है यानी ये 86-69 रुपये के बीच लिस्ट हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि जिन निवेशकों को भी शेयर अलॉट हुए हैं उन्हें इसे होल्ड करना चाहिए क्योंकि इस शेयर में आगे भी तेजी की उम्मीद है. एक अन्य ब्रोकरेज शेयर इंडिया के उपाध्यक्ष व रिसर्च हेड रवि सिंह कहते हैं कि कंपनी के शेयर 30-35 फीसदी की बढ़त के साथ लिस्ट हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि कंपनी का वैल्युएशन इसके प्रतिद्वंदियों के मुकाबले बेहतर है.

कंपनी की डिटेल्स

इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट इंडिया बजाज इलेक्ट्रॉनिक्स के ब्रांड नाम के साथ बाजार में कारोबार करती है. इसके 36 शहरों में 112 स्टोर्स हैं. इनमें से अधिकांश आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और एनसीआर में हैं. कंपनी ने वित्त वर्ष 2021-22 में परिचालन से 4349 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल किया था. वहीं, एक वित्त वर्ष पहले यह आंकड़ा 3201 करोड़ रुपये था.