ट्विटर (Twitter) ने शुक्रवार को अपने आधे कर्मचारियों को निकाल दिया था। अब कंपनी इनमें से कुछ कर्मचारियों को वापस बुला रही है। जानकारों का कहना है कि कंपनी मैनेजमेंट ने कुछ कर्मचारियों को जल्दबाजी में निकाल दिया था। कंपनी के नए मालिक एलन मस्क (Elon Musk) के विजन को आगे बढ़ाने के लिए इन कर्मचारियों की भूमिका अहम है।
नई दिल्ली: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर (Twitter) ने शुक्रवार को करीब आधे कर्मचारियों को बाहर कर दिया था। दुनिया के सबसे बड़े रईस एलन मस्क (Elon Musk) के कंपनी का मालिक बनने के बाद यह कार्रवाई की गई थी। इससे हजारों कर्मचारी एक झटके में बेरोजगार हो गए। भारत में तो मस्क ने ट्विटर की लगभग पूरी टीम को ही बाहर कर दिया था। लेकिन अब ट्विटर निकाले गए कई कर्मचारियों को वापस बुला रही है। इनमें से कुछ कर्मचारियों को गलती से निकाल दिया गया था। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह दावा किया गया है। इसके मुताबिक कंपनी मैनेजमेंट ने कुछ लोगों को जल्दबाजी में निकाल दिया था। अब कंपनी को अहसास हो रहा है कि मस्क के विजन को आगे बढ़ाने के लिए इन कर्मचारियों की जरूरत है। यही वजह है कि उनको वापस बुलाया जा रहा है।
मस्क ने ट्विटर को खरीदने की 44 अरब डॉलर की डील पिछले महीने के अंत में पूरी की थी। इसके साथ ही वह एक्शन में आ गए थे। पहले उन्होंने कंपनी के भारतीय मूल के सीईओ पराग अग्रवाल समेत चार टॉप अधिकारियों को बाहर किया। उसके बाद उन्होंने कंपनी के बोर्ड को खत्म करके कमान पूरी तरह अपने हाथ में ले ली थी। मस्क इतने पर ही नहीं रुके। कंपनी ने शुक्रवार को करीब 3,700 कर्मचारियों को निकाल दिया था। अमेरिका में कुछ कर्मचारियों ने इसे अदालत में चुनौती भी दी है।
क्या कहा मस्क ने
लेकिन अब कंपनी को अहसास हो रहा है कि मैनेजमेंट ने जल्दबाजी में कार्रवाई की है। ट्विटर के एक प्रवक्ता ने इस पर टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया। मस्क ने शुक्रवार को कर्मचारियों की छंटनी के बाद ट्वीट किया था, ‘जहां तक ट्विटर के वर्कफोर्स में कमी की बात है तो कंपनी के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है। उसे रोजाना 40 लाख डॉलर का नुकसान हो रहा है। निकाले गए कर्मचारियों को तीन महीने के सेवरेंस पैकेज का ऑफर दिया गया है जो कानूनी बाध्यता से 50 फीसदी अधिक है।’
सूत्रों का कहना है कि ट्विटर में अब 3700 कर्मचारी रह गए हैं। छंटनी से पहले कंपनी में करीब 7500 कर्मचारी काम कर रहे थे। मस्क ने बचे कर्मचारियों को दिनरात काम करने को कहा है। हालत यह है कि कुछ कर्मचारी ऑफिस में ही रात गुजार रहे हैं। ट्विटर ने पिछले हफ्ते नया ब्लू सब्सक्रिप्शन प्लान निकाला था। इसके मुताबिक ब्लू टिक पाने के लिए यूजर्स को हर महीने आठ डॉलर देने होंगे। इस बीच न्यूयॉर्क टाइम्स ने रविवार को कहा कि ट्विटर ने मिडटर्म इलेक्शन तक इस योजना को टाल दिया है। अमेरिका में आठ नवंबर को मिडटर्म इलेक्शन होना है। यूजर्स और कर्मचारियों ने आशंका जताई थी कि इन चुनावों में ट्विटर की योजना का दुरुपयोग हो सकता है।
भारत में ब्लू टिक
इस बीच मस्क ने कहा है कि भारत में पेड ब्लू टिक सर्विस एक महीने मे भीतर शुरू हो जाएगी। भारत में फीस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। अभी 7.99 डॉलर यानी 655 रुपये प्रति माह के चार्ज पर ब्लू टिक सब्सक्रिप्शन पांच देशों के लिए शुरू हुआ है। इनमें अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और ब्रिटेन शामिल हैं।