एलन मस्क (Elon Musk) ने गुरुवार को ट्विटर (Twitter) को खरीदने की डील पूरी करने के साथ ही कंपनी को बोर्ड को भंग कर दिया था। कंपनी ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में यह बात कही है। इसके साथ ही वह कंपनी के बोर्ड के एकमात्र डायरेक्टर (sole director) बन गए हैं।
मस्क ने ट्विटर को 44 अरब डॉलर में खरीदने की डील गुरुवार को पूरी की और इसके साथ ही अग्रवाल समेत चार टॉप अधिकारियों को बाहर कर दिया था। फाइलिंग के मुताबिक मस्क ने मर्जर की डील के मुताबिक काम किया। निकाले गए अधिकारियों में अग्रवाल के अलावा कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी नेडल सीगल और कानूनी तथा नीति मामलों की प्रमुख विजया गाड्डे शामिल थीं। मस्क ने इन अधिकारियों पर उन्हें और ट्विटर के निवेशकों को गुमराह करने का आरोप लगाया था।
हो सकती है छंटनी
हाल में एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि मस्क बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी करने वाले हैं। उन्होंने मैनेजरों से ऐसे कर्मचारियों की लिस्ट बनाने को कहा था जिन्हें हटाया जा सकता है। कुछ रिपोर्ट्स में तो यहां तक कहा गया कि मस्क 75 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी कर सकते हैं। ट्विटर में करीब साढ़े सात हजार कर्मचारी हैं। मस्क की छवि एक इनोवेटिव उद्यमी की रही है लेकिन साथ ही वह अजीबोगरीब और विवादास्पद व्यवहार के लिए भी बदनाम हैं।