हिमाचल विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। निर्वाचन विभाग ने चुनाव को पारदर्शी तरीके से संपन्न करवाने के लिए हजारों कर्मचारियों की ड्यूटियां लगाई हैं। लेकिन, चुनाव ड्यूटी पर तैनात कई कर्मचारी ड्यूटी देने में असमर्थता जता रहे हैं। कुछ स्वास्थ्य कारणों से ड्यूटी देने में असमर्थता जता रहे हैं तो कुछ ड्यूटी से बचने के लिए अपने-अपने तर्क दे रहे हैं। कर्मचारियों की ड्यूटी कंप्यूटराइज सिस्टम से लगने के कारण कई त्रुटियां भी सामने आ रही है। कई कर्मचारियों की दो-दो जगह ड्यूटियां लगाई गई है। यहां तक कि चपरासी को भी ड्यूटी में तैनात किया गया है। मनाली विधानसभा क्षेत्र को ही लें तो यहां 40 से अधिक कर्मचारियों की अर्जियां आई हैं। इनमें कर्मचारियों ने विभिन्न कारण बताकर ड्यूटी देने में असमर्थता जताई है।
बुधवार को मनाली में कर्मचारियों को चुनाव ड्यूटी का पूर्वाभ्यास करवाया गया। लगभग 700 कर्मचारियों के लिए हुए इस पूर्वाभ्यास के दौरान कई कर्मचारियों ने ड्यूटी देने में असमर्थता जताते हुए अर्जियां भी दी हैं। एसडीएम के पास पहुंची अर्जियों में एक ने तर्क दिया है कि वह रिटायरमेंट की दहलीज पर है। कुछ वर्ष बाद उनकी रिटायरमेंट होने वाली है। स्वास्थ्य भी ठीक नहीं है। इस वजह से चुनाव ड्यूटी निभाने में असमर्थ है। एक ने हैपेटाइटस की बात कहकर चुनाव ड्यूटी रद्द करने के लिए अर्जी दी है तो एक ने शुगर और ब्लड प्रेशर होने की बात कहकर ड्यूटी निभाने में असमर्थता जताई है। इतना ही नहीं किसी के पांव में प्लास्टर चढ़ा है तो किसी को आंख की दिक्कत है। यही नहीं एक ही कर्मचारी की दो-दो जगह ड्यूटियां लगाई गई हैं। एसडीएम मनाली डॉ. सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि लगभग 40 ऐसी अर्जियां आई हैं, जिसमें कर्मचारियों ने चुनाव ड्यूटी रद्द करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के ड्यूटी न देने के कारणों की पड़ताल के बाद आगामी फैसला लिया जाएगा। जिनकी दो जगह ड्यूटियां लगी हैं, उनकी एक जगह रद्द की जाएगी।