पुरानी पैंशन बहाली की मांग को लेकर ऊना जिला मुख्यालय में रविवार को कर्मचारियों ने धरना-प्रदर्शन किया। न्यू पैंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ के बैनर तले विभिन्न विभागों में कार्यरत कर्मचारियों ने जिला मुख्यालय में एकजुट होकर प्रदेश सरकार के खिलाफ हल्ला बोला। स्थानीय एमसी पार्क से रोष रैली का आगाज किया गया और रैड लाइट चौक होते हुए कर्मचारियों की यह रैली वापस पार्क के समक्ष पहुंची, जहां वक्ताओं ने कर्मचारियों को संबोधित किया। विभिन्न वक्ताओं ने भाजपा सरकार पर कर्मचारियों की अनदेखी का आरोप जड़ा और कर्मचारियों को पुरानी पैंशन बहाली की मांग के पूरा होने तक एकजुटता का पाठ पढ़ाया। महासंघ पदाधिकारियों ने ऐलान कर दिया है कि आंदोलन तब तक नहीं रुकने दिया जाएगा, जब तक की पुरानी पैंशन स्कीम लागू नहीं हो जाती। रैली और धरने के दौरान प्रदेश भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के खिलाफ कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की।
पैंशन बहाल नहीं की तो करेंगे अन्य विकल्पों पर विचार
प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप ठाकुर सहित ऊना जिला अध्यक्ष विजय इंदौरिया, कांगड़ा जिलाध्यक्ष रजिंदर मन्हास, हमीरपुर जिला प्रधान राकेश दीवान, बिलासपुर जिला प्रधान राजेंद्र वर्धन और चम्बा जिला प्रधान सुनील जरियाल ने रैली में कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर सरकार पुरानी पैंशन बहाल करती है तो कर्मचारी उनका साथ देंगे, लेकिन अगर सरकार ओल्ड पैंशन स्कीम की बहाली नहीं करती है तो फिर उन्हें अन्य विकल्पों पर विचार करना पड़ेगा, जिसके लिए सरकार ही उत्तरदायी होगी। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में ओल्ड पैंशन स्कीम की बहाली कर दी गई है और जल्द ही अन्य प्रदेश भी ओल्ड पैंशन बहाली के लिए अपनी घोषणा कर चुके हैं, इसलिए हिमाचल प्रदेश में अब मानसून सत्र से पहले-पहले पुरानी पैंशन बहाली की घोषणा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हर विधानसभा में 1500 परिवार एनपीएस कर्मचारियों के हैं, जो इस बार सिर्फ पुरानी पैंशन बहाली पर ही वोट कर विधायक चुनेंगे। सरकार के लिए बिना पैंशन बहाली मिशन रिपीट मुमकिन नहीं है।