प्रवर्तन शाखा के सिपाही ने टेंपो चालक पर बरसाए डंडे, तोड़ दिया हाथ, फिर किया ये घिनौना काम

दिल्ली के शाहदरा में दिल्ली परिवहन विभाग की प्रवर्तन शाखा के एक सिपाही ने टेंपो चालक को डंडे से जमकर पीटा। सिपाही ने डंडा मारकर टेंपो चालक का हाथ तोड़ दिया। हाथ टूटने का पता चलते ही आरोपी टीम समेत फरार हो गया।

फाइल फोटो
शाहदरा जिले के जीटीबी एंक्लेव एरिया में दिल्ली परिवहन विभाग की प्रवर्तन शाखा में तैनात सिपाही ने एक टेंपो चालक को डंडा मारकर उसका हाथ तोड़ दिया। आरोपी चालक प्रदीप (45) के साथ गाली-गलौज कर रहा था। विरोध करने पर उसने उसके हाथ पर जोर से डंडे मारना शुरू कर दिया। 

प्रदीप ने बचने का प्रयास किया तो उसकी टांगों पर भी डंडे मारे गए। प्रदीप दर्द से छटपटाने लगा। उसका हाथ लटक गया। यह देखकर आरोपी सिपाही अपनी टीम को लेकर वहां से फरार हो गया। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और प्रदीप को जीटीबी अस्पताल में इलाज कराया। 

उसके हाथ पर प्लास्टर चढ़ा दिया गया है। पीड़ित का बयान लेकर जीटीबी एंक्लेव थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से पूरे मामले की छानबीन में जुटी है।

पुलिस के मुताबिक पीड़ित प्रदीप परिवार के साथ गांव काजमाबाद, परतापुर, मेरठ में रहता है। प्रदीप पेश से टेंपो चालक है। पुलिस को दिए बयान में उसने बताया कि शुक्रवार को वह मेरठ की एक कंपनी से टायर लेकर दिल्ली के जगतपुर गांव आ रहा था। वह अप्सरा बॉर्डर, शाहदरा जीटी रोड होते हुए फ्लाईओवर के ऊपर चढ़ा। इस बीच वहां पर दिल्ली परिवहन विभाग के प्रवर्तन शाखा की टीम खड़ी थी। 

अचानक एक सिपाही कूदकर प्रदीप के टेंपो के सामने आ गया। वह डंडे का इशारा कर प्रदीप से टेंपो को रोकने के लिए कहने लगा। चालक ने तेजी ब्रेक मारे और टेंपो रोक दिया। प्रदीप ने सिपाही से कहा कि उसे एकदम सामने नहीं आना चाहिए। गलती से ब्रेक न लगे तो बड़ा हादसा हो सकता है। यह सुनकर सिपाही का पारा चढ़ गया। उसने प्रदीप के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। पीड़ित वाहन से उतरा और उसने गाली-गलौज का विरोध किया।

आरोप है कि संजय नामक सिपाही ने उसके हाथ पर डंडे बरसा दिए। कई डंडे उसके हाथ पर लगे। वह डरकर वापस टेंपो की ओर भागा तो आरोपी ने उसकी टांगों पर भी डंडा मार दिया। पिटाई से प्रदीप का हाथ टूट गया। आरोपियों को जब इसका अहसास हुआ तो वह वहां से अपनी गाड़ी में बैठकर भाग गए। बाद में प्रदीप का बयान लेकर मामला दर्ज किया गया। अब पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।