दमोह जिले के एक सिविल इंजीनियर ने शादी का झांसा देकर भोपाल की एक नर्स से सात साल तक दुराचार किया। वहीं, जब पीड़िता आरोपी के घर पहुंची तो उसने परिजनों के साथ मिलकर लाठी-डंडों से हमला कर दिया।
दमोह जिले के देहात थाना के मुड़िया पालर गांव निवासी सिविल इंजीनियर अनिल कुर्मी ने भोपाल में एक निजी अस्पताल में पदस्थ नर्स को शादी का झांसा देकर सात साल तक दुष्कर्म किया। इसके बाद वह अपने गांव आ गया। आरोपी की दूसरी शादी की भनक प्रेमिका नर्स को लगी तो वह युवक के गांव पहुंची। जहां आरोपी ने पहचानने से इंकार करते हुए परिवार के साथ मिलकर युवती पर डंडों व कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। हमले में नर्स गंभीर रूप से घायल हो गई है, जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में लिया है।
जानकारी के अनुसार देहात थाना क्षेत्र के ग्राम मुड़िया पालर गांव निवासी अनिल कुर्मी भोपाल में एक निजी कंपनी में सिविल इंजीनियर है। सात साल पहले उसने एक निजी अस्पताल की नर्स से सोशल मीडिया पर दोस्ती की और शादी का झांसा देकर लगातार शारीरिक संबंध बनाए। युवती ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया की मार्च 2018 को उसे पता चला कि उसने किसी दूसरी लड़की से शादी कर ली है, उसने युवक को फोन लगाया, लेकिन उसने फोन बंद कर लिया। जिसके बाद मैंने भोपाल के टीटी नगर पुलिस थाना में अनिल कुर्मी के खिलाफ दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट दर्ज होते ही वह वापस आया और माफी मांगते हुए शादी करने की बात कही, जिससे उसने राजीनामा कर लिया राजीनामा होते ही उसकी जमानत हो गई, लेकिन वह फिर अपने गांव आ गया और फोन उठाना बंद कर दिया और तीन साल पहले 2019 में वह फिर मेरे पास पहुंचा और जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाने दबाव बनाया और कहा कि अब तुमने मेरे साथ राजीनामा कर लिया है अब मेरा कुछ नहीं होगा। आरोपी युवक लगातार शारीरिक संबंध बनाता रहा और फिर उसने मुझसे बात करना बंद कर दिया।
युवती ने बताया दो दिन पूर्व वह युवक के गांव आई तो अनिल के माता-पिता ने मुझे गालियां देकर भगा दिया। वह घर के बाहर ही बैठ गई। रात करीब 12 बजे अनिल कुर्मी, उसके माता-पिता एवं पत्नी लाठी व कुल्हाड़ी लेकर आए और मुझ पर हमला कर दिया। सिर में कुल्हाड़ी लगने से मैं बेहोश हो गई। करीब एक घंटे बाद होश आया तो मैंने डायल 100 को फोन लगाया और रात एक बजे पुलिस मुझे थाना लेकर आई।
पीड़िता ने पुलिस पर भी आरोप लगाते हुए रात में बार-बार धमकी देने की बात कही है। ताकि मैं रिपोर्ट दर्ज न करूं और मेरा इलाज भी नहीं कराया बुधवार दोपहर तक पुलिस ने जबरदस्ती थाने में ही बैठाए रखा, इसके बाद मैंने एसपी को फोन लगाकर कहा कि यदि मेरी शिकायत नहीं लिखी गई तो मैं आत्महत्या कर लूंगी। एसपी के निर्देश के बाद दोपहर में पुलिस ने मेरी शिकायत दर्ज की और मुझे जिला अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया । इस तरह 12 घंटे तक पुलिस मुझे थाने में ही बैठाए रही।