किंग जोंग उन से भी ज्यादा खतरनाक ‘तानाशाह’ शी जिनपिंग, विरोध करने वाले मंत्रियों, अधिकारियों को दे रहे मौत की सजा

बीजिंग : चीन में इस हफ्ते दो पूर्व मंत्रियों को मौत और चार शीर्ष अधिकारियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। ये सभी भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग के लिए कथित तौर पर एक ‘राजनीतिक गुट’ का हिस्सा थे। चीन में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की 20वीं नेशनल कांग्रेस से पहले राष्ट्रपति शी जिनपिंग का भ्रष्टाचार विरोधी अभियान चल रहा है। चीन में इन अधिकारियों और पूर्व मंत्रियों को जिनपिंग के खिलाफ जाने की सजा मिली है। यह चीनी राष्ट्रपति के तानाशाही रवैये को दिखाता है जो आगामी कांग्रेस में राष्ट्रपति के रूप में अपना तीसरा कार्यकाल हासिल कर सकते हैं।

खबरों के मुताबिक चीन के पूर्व पब्लिक सिक्योरिटी मिनिस्टर सुन लिजुन को शुक्रवार को रिश्वत लेने, शेयर बाजार में हेरफेर करने और अवैध रूप से हथियार रखने के लिए मौत की सजा दी गई। लिजुन पर एक ‘राजनीतिक गुट’ का नेतृत्व करने और जिनपिंग की खिलाफत करने के आरोप लगे थे। चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी के मुताबिक सुन को जीवन भर के लिए अपने राजनीतिक अधिकारों से वंचित कर दिया गया और उनकी निजी संपत्ति को जब्त कर लिया गया है।

सुन पर 9.23 करोड़ डॉलर के भ्रष्टाचार के आरोप

स्थानीय मीडिया ने कहा कि सुन की सजा से पहले पांच पूर्व पुलिस प्रमुखों को इस हफ्ते भ्रष्टाचार के मामले में जेल में बंद कर दिया गया था। सुन लिजुन की मौत की सजा के क्रियान्वयन पर दो साल की रोक रहेगी। शुक्रवार को अदालत ने कहा कि यह साबित हुआ है कि सुन ने 2001 से लेकर अप्रैल 2020 तक विभिन्न पदों पर रहने का फायदा उठाते हुए कुल 9.23 करोड़ डॉलर से अधिक धन और मूल्यवान वस्तुएं प्राप्त की।

अधिकारियों को सुनाई गई मौत की सजा

इससे पहले चीन में दो वरिष्ठ अधिकारियों को एक अदालत ने भ्रष्टाचार और पद के दुरूपयोग के मामले में दंडित किया था। गुरुवार को इसी अदालत ने एक शक्तिशाली पूर्व न्याय मंत्री फु जेंघुआ सहित दो वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों को मौत की सजा सुनाई थी। हालांकि, इसके क्रियान्वयन पर दो साल की रोक रहेगी। सरकार संचालित पीपुल्स डेली ऑनलाइन की खबर के मुताबिक, इसके कुछ ही घंटे बाद अदालत ने जियांग्सु के अधिकारी वांग लाइक को ऐसी ही सजा सुनाई। वह जियांग्सु प्रांतीय कमेटी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) के पूर्व सदस्य हैं।