हिमाचल के प्रवेश द्वार परवाणु में कोरोना के मामले बेहद अधिक आ रहे थे। कोरोना को नियंत्रण करना असम्भव प्रतीत हो रहा था। एक तरफ जहाँ परवाणु में औद्योगिक नगरी होने के कारण पड़ोसी राज्य हरियाणा से भी यहाँ सैंकड़ों की संख्या में कर्मचारियों का बहुत आना जाना था। जिसकी वजह से यहाँ बेहद तीव्रता से संक्रमण फ़ैल रहा था। लेकिन नगर परिषद परवाणु ने इस कोरोना को रोकने के लिए रणनीति तैयार की। कई तरह की बंदिशें लगाई गई। कई एहतियातन कदम भी उठाए गए। नगर निगम के पदाधिकारियों ने काफी संवेदनशीलता से अपने अपने वार्ड में कार्य किया। कोरोना से कैसे बचा जा सकता है इस बारे में लोगों को जागरूक किया। यह जानकारी नगर परिषद परवाणु की अध्यक्ष निशा शर्मा व उपाध्यक्ष सोनिया शर्मा मीडिया को दी।
परिषद परवाणु की अध्यक्ष निशा शर्मा व उपाध्यक्ष सोनिया शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि परवाणु नगर वासियो को सुरक्षा प्रदान करना उनका पहला लक्ष्य था। जिसके लिए सभी वार्ड पार्षदों ने कड़ी मेहनत की और संक्रमण को नियंत्रित करने का हर सम्भव प्रयास किया। कोरोना काल में शहर वासियों को किसी भी तरह की असुविधा न हो इसका पूरा ख्याल रखा गया। प्रत्येक वार्ड को सैनेटाइज़ करवाया गया। परवाणु वासियों को मास्क बांटे गए और सफाई का विशेष ख्याल रखा गया। यही वजह है कि संक्रमण के मामले अब काफी कम हो चुके है इस लिए अब वार्डों में विकास कार्य भी करवाने आरम्भ कर दिए है।