उपायुक्त सोलन कृतिका कुल्हारी ने नालागढ़ उपमण्डल की विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों तथा नगर परिषद नालागढ़ एवं बद्दी के पदाधिकारियों से आग्रह किया है कि सभी 09 अगस्त, 2021 से आरम्भ होने वाले स्वच्छ हिमाचल अभियान-2021 को सफल बनाने में पूर्ण सहयोग दें। कृतिका कुल्हारी आज नालागढ़ में इस सम्बन्ध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं।
कृतिका कुल्हारी ने कहा कि 09 अगस्त से 15 अगस्त तक स्वच्छ हिमाचल अभियान कार्यान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य स्वच्छता सुनिश्चित बनाने के साथ-साथ लोगों को इस दिशा में इस तरह जागरूक बनाना है कि अपने घर की साफ-सफाई के साथ लोग अपने आसपास की स्वच्छता को जीवन का लक्ष्य मानकर चलें। इस दिशा में स्थानीय शहरी निकायों एवं ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता और स्वास्थ्य एक-दूसरे के पूरक हैं तथा स्वच्छता को अपनाकर हम सशक्त आर्थिक विकास की दिशा में अग्रसर हो सकते हैं।
उपायुक्त ने कहा कि बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ क्षेत्र प्रदेश का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है। उन्होंने इस क्षेत्र में औद्योगिक स्वच्छता की तरफ विशेष ध्यान देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि औद्योगिक इकाईयों से निकलने वाले अपशिष्ट का वैज्ञानिक निष्पादन आवश्यक है। ताकि पर्यावरण के साथ-साथ जल संरक्षण भी सुनिश्चित हो सकें।
उन्होंने कहा कि अभियान के तहत नालागढ़ उपमण्डल में कस्बों एवं ग्राम पंचायतों में कूड़े-कचरे की सफाई की जाएगी, जल स्त्रोतों को स्वच्छ किया जाएगा, राष्ट्रीय, राज्य व जिला स्तरीय राजमार्गों के आसपास, आवासीय एवं विभागीय परिसरों, अस्पतालों एवं सैप्टिक टैंकों इत्यादि की सफाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि जिला के तहत आने वाले वन क्षेत्रों की सफाई एवं वनों में नदी, नालों एवं तालाबों की सफाई भी अभियान में की जाएगी। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के जिला कार्यालय द्वारा औद्योगिक क्षेत्रों में तथा पर्यटन विभाग द्वारा होटलों, रेस्तरां सहित पर्यटन क्षेत्रों में सफाई अभियान कार्यान्वित किया जाएगा।
उपायुक्त ने इस अवसर पर आग्रह किया कि स्वच्छता के साथ-साथ हम सभी को कोविड-19 से बचाव की दिशा में भी जागरूक रहना होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सभी निर्वाचित प्रतिनिधि महत्वपूर्ण हैं। यदि आमजन कोविड-19 बचाव प्रोटोकॉल एवं नियमों का पालन करें तो कोरोना संक्रमण से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि अपने-अपने पंचायत एवं वार्ड क्षेत्र में यदि किसी को खांसी, जुकाम, बुखार जैसे लक्षण हैं तो उनका कोविड परीक्षण सुनिश्चित बनाया जाना चाहिए। उन्होंने आग्रह किया कि कोविड-19 पॉजिटिव व्यक्ति को मानकों के अनुसार क्वारेन्टीन किया जाए और उसके संपर्क में आए सभी व्यक्तियों की जांच करवाई जाए।
उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों एवं स्थानीय शहरी निकायों के प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि जन-जन को सही प्रकार से मास्क पहनने, बार-बार अपने हाथ साबुन से धोने तथा सोशल डिस्टेन्सिग नियम के बारे में जागरूक बनाएं। इस अवसर पर बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने कोविड-19 महामारी की रोकथाम तथा स्वच्छता के विषय में अपने अपने सुझाव दिए तथा इस संबंध में उन्हें आ रही कठिनाइयों के विषय में भी उपायुक्त सोलन को अवगत करवाया।
इस अवसर पर खंड विकास नीति नालागढ़ की अध्यक्षा बलविंदर कौर, नगर परिषद नालागढ़ तथा बद्दी के कार्यकारी अधिकारी, विभिन्न वार्डों के पार्षद, विकास खंड नालागढ़ की विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रधान , उपमण्डलाधिकारी नालागढ़ महेन्द्र पाल गुर्जर, भारतीय प्रशासनिक सेवा के परिवीक्षाधीन अधिकारी ओम कांत ठाकुर तहसीलदार नालागढ़ ऋषभ शर्मा तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।