भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी मां के सौवें जन्मदिन के मौक़े पर एक ब्लॉग लिखा जो सोशल मीडिया पर ख़ूब चर्चित हुआ है.
इस ब्लॉग में उन्होंने एक मुस्लिम व्यक्ति अब्बास का जिक्र करते हुए लिखा है कि अब्बास के पिता की मृत्यु के बाद, उनका पालन-पोषण, उनके परिवार में ही हुआ था.
पीएम मोदी के मुताबिक़ उनके पिता अब्बास को इसलिए अपने घर ले आए थे ताकि वे अपनी पढ़ाई जारी रख सकें.
वडनगर से अब तक जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक़ अब्बास अपने छोटे बेटे के पास ऑस्ट्रेलिया में हैं और उनका बड़ा बेटा वडनगर में रह रहा है.
बीबीसी गुजराती के पत्रकार केतन पेटल ने नरेंद्र मोदी के भाई सोमाभाई मोदी से बातचीत की. उन्होंने यह बताया कि अब्बास मोदी परिवार के साथ रह चुके हैं.
बीबीसी गुजराती के पत्रकार भार्गव परीख ने प्रधानमंत्री मोदी के छोटे भाई प्रह्लाद मोदी से बातचीत की. उन्होंने कहा कि अब्बास उनके छोटे भाई पंकज मोदी के दोस्त हैं.
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कौन हैं अब्बास मोमिन?
बीबीसी गुजराती के पत्रकार केतन पटेल से बात करते हुए सोमाभाई मोदी ने अब्बास के बारे में बताया, “अब्बास मेरे छोटे भाई पंकज के दोस्त हैं. कम उम्र में ही उनके पिता की मौत हो गई थी. परिवार चलाने के लिए उन्होंने पढ़ाई छोड़ने का मन बना लिया था. लेकिन मेरे पिता ने उन्हें पढ़ाई जारी रखने को कहा. पिताजी उन्हें घर ले आए, हम लोग साथ में खाते-पीते और रहते थे.”
सोमाभाई ने यह भी बताया, “मानवता के आधार पर मेरा परिवार हर किसी की मदद के लिए तैयार रहता था.”
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स्थानीय लोगों के मुताबिक़ ऊपर जो मकान दिख रहा है, वो अब्बास का ही घर है. हालांकि इस घर का दरवाज़ा रविवार को पूरे दिन किसी के लिए नहीं खुला. स्थानीय लोगों के मुताबिक़ अब्बास के दो बेटे हैं और वे गांधीनगर में काम किया करते थे.
अब्बास इन दिनों कहाँ हैं, यह पूछे जाने पर सोमाभाई ने कहा, “अब्बास गुजरात सरकार के नागरिक आपूर्ति विभाग से 2014 में सेकेंड क्लास ऑफ़िसर के तौर पर सेवानिवृत हुए. उसके बाद शायद वे गाँव के सरपंच बने. लेकिन मुझे नहीं मालूम है कि इन दिनों कहाँ हैं.”
हालांकि सोमाभाई ने भार्गव परीख से बात करते हुए बताया कि अब्बास अपने बेटे के साथ विदेश में रह रहे हैं. सोमाभाई मोदी ने पहले तो अब्बास को रसूलपुर का निवासी बताया लेकिन उसके बाद उन्होंने कहा कि उन्हें यह याद नहीं है कि अब्बास का घर कहाँ था.
प्रधानमंत्री मोदी के छोटे भाई प्रह्लाद मोदी ने बीबीसी गुजराती के भार्गव परीख से बात करते हुए कहा, “अब्बास के पिता की मृत्यु के बाद पूरा परिवार आर्थिक तंगी में आ गया था. मेरे छोटे भाई पंकज ने तब मां-पिता से बात की और उनसे अब्बास को घर में रखने का अनुरोध किया.”
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प्रह्लाद मोदी ने बताया ऑस्ट्रेलिया में रहते हैं अब्बास
प्रह्लाद मोदी ने यह भी बताया, “अब्बास के रिश्तेदार आबू रोड पर चले गए और वहाँ खेतों में मज़दूरी करने लगे. अब्बास ने एसएससी की परीक्षा पास करने के बाद गुजरात सरकार के साथ नौकरी शुरू की. वे मोमिन मुस्लिम परिवार से थे. अब्बास रामसदा गुजरात सरकार के नागरिक आपूर्ति विभाग में काम करते थे. सेवानिवृति के समय में पाटन में तैनात थे. अब वे अपने बेटे के साथ ऑस्ट्रेलिया में रह रहे हैं.”
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बीबीसी गुजराती के केतन पटेल ने केसीमपा गांव में कुछ स्थानीय लोगों से बात करने की कोशिश की.
एक शख़्स ने बताया, “अब्बास का जन्म मेहसाणा में हुआ था. उनके दो बेटे हैं. बड़ा बेटा यासीन वडनगर में कारोबार करता है जबकि छोटा बेटा नज़र अली ऑस्ट्रेलिया में काम करता है.”
इस शख़्स के मुताबिक अब्बास के दो भाई हैं, नूर मोहम्मद और रसूल मोहम्मद. लेकिन अब तक इन लोगों का पता नहीं चल पाया है. इस स्थानीय शख़्स ने यह भी कहा कि उन्हें अब्बास के मोदी परिवार से रिश्ते के बारे में कोई जानकारी नहीं है.