उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से ईमानदारी की मिसाल पेश करने वाली एक खबर सामने आई है. मोदीनगर के रहने वाले एक रिक्शा चालक आस मोहम्मद को 25 लाख रुपए से भरा एक लावारिस बैग मिला जिसे उन्होंने पुलिस को सौंप दिया. इस नेक काम के लिए आस मोहम्मद को डीसीपी ग्रामीण रवि कुमार ने सम्मानित किया.
मिली जानकारी के अनुसार, मोदीनगर के किदवई नगर कॉलोनी निवासी आस मोहम्मद अपनी पत्नी और चार बच्चों के साथ रहते हैं. ई-रिक्शा चलाकर वो अपने परिवार का पेट भरते हैं. आस ज्यादातर माल ढोने का काम करते हैं.
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ई-रिक्शा चालक ने पेश की ईमानदारी की मिसाल
मंगलवार की सुबह आस मोहम्मद माल पहुंचकर जब वापस लौट रहे थे. तभी तिबड़ा गांव के पास एक लावारिस बैग उन्हें दिखाई दिया. वे वहीं रूककर काफी देर तक उस बैग के मालिक का इंतज़ार करने लगे. जब उस बैग का कोई मालिक नहीं आया तब उन्होंने पास जाकर बैग को चेक किया जिसमें पांच-पांच सौ की गड्डियां मौजूद थीं. इतने सारे पैसे अचानक से देखकर वो दंग रह गए.
आस मोहम्मद गरीब भले ही हैं, लेकिन इतनी बड़ी रकम देखने के बाद भी उनमें लालच नहीं आया. उन्होंने उसे पुलिस के सुपर्द करने का फैसला किया. हालांकि उन्हें नोटों से भरा बैग मिलने पर अपराधियों का खौफ सताने लगा. कहीं रास्ते में उनके साथ अनहोनी ना हो जाए. इसके लिए उन्होंने अपने भतीजे सरफराज को मामले की सूचना दी और अपने पास बुलाया.
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मीडिया खबरों के मुताबिक, जब दोनों साथ में नोटों से भरा बैग लेकर थाने पहुंचे, तब पुलिसकर्मियों में हलचल सी मच गई. एसआई ने मामले की सूचना एसएचओ भानुप्रताप सिंह को दी. नोटों के इतने सारे बंडल गिनने के लिए पुलिसकर्मियों ने बैंक की मदद ली. बैंक कर्मचारियों द्वारा मशीन से नोटों को गिना गया, जिसमें 25 लाख रुपए थे. पुलिस-प्रशासन ने आस मोहम्मद की ईमानदारी की काफी सराहना की. जब इलाके में यह खबर फैली तो लोगों के लिए हीरो बन गए.