Exclusive: ‘तुम कुछ नहीं कर पाओगे’ कहने वालों को Rishi Singh का दो टूक जवाब, कहा- मेरी जीत में इनका योगदान अहम

सिंगिंग रियलिटी शो ‘इंडियन आइडल सीजन 13’ का खिताब अपने नाम कर चुके ऋषि सिंह लगातार इंटरव्यूज दे रहे हैं। 25 लाख रुपये प्राइज मनी और एक कार जीतने के साथ-साथ इन्होंने कई बढ़िया ऑफर्स भी अपनी झोली में डाल लिए हैं। हमसे खास बातचीत में इन्होंने अपनी जर्नी और भविष्य के बारे में क्या कहा, जानिए-

rishi winner
इंडियन आइडल 13 के विनर अयोध्या नगरी के लाल ऋषि सिंह बने।

 

अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच नहीं मिला तो वह मंदिरों में भजन और गुरुद्वारे में शबद-कीर्तन करने लगे। उन्होंने संगीत को लेकर लोगों के तंज सुने पर कभी खुद को कभी बिखरने नहीं दिया। श्री हनुमानगढ़ी में उन्होंने जो मन्नत मांगी थी, उसे ऊपरवाले ने सिंगिंग रियलिटी शो का खिताब दिलाकर पूरी कर दी। हम बात कर रहे हैं ‘इंडियन आइडल-13’ के विजेता अयोध्या के ऋषि सिंह की। वह अयोध्या पहुंचते ही सबसे पहले रामलला, कनक भवन और श्री हनुमानगढ़ी के दर्शन करने वाले हैं। पेश है उनसे खास बातचीत।

अयोध्या की मुझ पर विशेष कृपा बरसी

अयोध्या भगवान राम की जन्मभूमि के लिए तो जाना ही जाता है, अब मेरी वजह से संगीत की भूमि के लिए भी पहचाना जाएगा। यह मेरे लिए नहीं बल्कि पूरी अयोध्या के लिए गर्व की बात है। अयोध्या हो, यूपी हो या पूरा देश, हर जगह से मुझे चाहने वालों का समर्थन मिला। अयोध्या की तो मुझ पर विशेष कृपा बरसी। अयोध्या के लिए मैं सदा उपस्थित हूं और हमेशा अपना 100 प्रतिशत देने के लिए तैयार हूं।

श्री हनुमानगढ़ी में मांगी मन्नत पूरी हुई

मैं मंगलवार को अयोध्या पहुंचने वाला हूं। वहां सबसे पहले मैं कनक भवन, राम जन्मभूमि के दर्शन करने वाला हूं। फिर हनुमानगढ़ी जी के दर्शन करने जाऊंगा। सच बताऊं तो मैंने श्री हनुमानगढ़ी में मन्नत मांगी थी, जिसे ऊपरवाले ने सच कर दिया है। इसके अलावा, कई सारे रिश्तेदार आ रहे। उनमें से कुछ ग्रैंड-फिनाले देखने आए थे तो उनसे भी मिलूंगा। दरअसल, सबसे कई महीनों बाद मिलने वाला हूं।

rishi singh

मई में वर्ल्ड टूर पर निकलूंगा

ट्रोफी जीतने के बाद अब मुंबई में जल्दी शिफ्ट होकर आगे का सफर जारी करने की योजना है। मुझे जो सम्मान मिला है, उसकी गरिमा भी बनाए रखनी है। मैं जल्द ही वर्ल्ड टूर पर निकलने वाला हूं। शायद, मई के पहले हफ्ते में निकलना हो। इसमें मेरे साथ टॉप-6 और टॉप-4 कंटेस्टेंट रहेंगे। हम पूरी दुनिया में शोज करेंगे। ये दौर करीब सात से आठ महीने का होगा। इसके बाद और भी चीजें लाइनअप हैं, जिस पर काम करना है।

मेरी सफलता में आलोचकों का भी हाथ

मैं जब कुछ नहीं था तो बहुत से लोग कहते थे कि तुम कुछ नहीं कर पाओगे। बेवजह अपना समय संगीत में बर्बाद कर रहे हो। उनको लगता नहीं था कि मैं इस मुकाम तक पहुंच पाऊंगा। घर में मुझे सिखाया गया कि अपनी मेहनत पर भरोसा करो। मेहनत अच्छी होगी तो भगवान भी देने में हाथ पीछे नहीं करेंगे। असल में, मुझे किसी से गिला-शिकवा नहीं है क्योंकि अगर वो ऐसे तंज ना कसते तो शायद मैं इस मुकाम तक नहीं पहुंच पाता। मैं उनको भी अपनी सफलता का श्रेय देता हूं।

rishi singh

लोगों के बीच लंबे वक्त तक बना रहना चाहता

बहुत से सिंगिंग रियलिटी शो के विजेता-उपविजेता पता नहीं किस वजह से एक वक्त के बाद गुम हो गए, लेकिन मुझे सबके बीच लंबे वक्त तक बने रहना है। इसको लेकर मैंने कई सारी योजनाएं बना रखी हैं। मैं अपने चैनल या किसी और माध्यम से दर्शकों को अहसास दिलाता रहूंगा कि मैं हूं। मेरी तमन्ना अपना बैंड बनाने की है। इसके अलावा, मैं खुद को इतना बेहतर सिंगर बनाना चाहता हूं कि अगली बार इंडियन आइडल के मंच पर गेस्ट बनकर ही आऊं।

विदेश में इंटरनेशनल म्यूजिक सीखने की चाहत

सफलता को खुद पर हावी नहीं होने दूंगा क्योंकि मैंने बहुत से मामले ऐसे देखे हैं। मैं समझदार हूं। जो गलतियां पहले लोगों ने की हैं, उनको फिर नहीं दोहराऊंगा। मुझमें इसकी समझ है और मैं बहकने वाला नहीं। मैं विदेश में म्यूजिक की पढ़ाई के बारे में सोच रहा हूं। चाहत है कि मैं इंटरनेशनल म्यूजिक सीखूं। मैं जब वर्ल्ड टूर पर निकलूंगा तो वहां के म्यूजिक इंस्टिट्यूट के बारे में पता करूंगा।

rishi singh

लगता है कि यह कोई सपना तो नहीं

7-8 महीने बाद मुझे खुद में एक अलग ही ऋषि नजर आ रहा है। इसने मुझे नया इंसान बनाया, एक व्यक्तिगत म्यूजिक दिया, एक पहचान दिलाई। भले ही इसने मुझे नए ऋषि सिंह का रूप दिया हो, लेकिन मैं दिल से आज भी वही हूं। रही बात विराट कोहली के मुझे फॉलो करने की तो ये मेरे संगीत की बड़ी उपलब्धि है। मेरे जैसे छोटे शहर के लड़के के लिए इतने बड़े क्रिकेटर से सराहना मिलना गर्व की बात है। कभी-कभी मुझे लगता है कि मैं कोई सपना तो नहीं देख रहा।

गर्व के साथ मुझसे सच्चाई साझा की

हां, ये सच है कि मुझे पैरंट्स ने एडॉप्ट किया था, लेकिन मुझे इसका कोई गिला शिकवा नहीं। उनको यह अहसास हो गया था कि मैं समझदार हो गया हूं और इन चीजों को बेहतर ढंग से समझूंगा। सबसे खास बात है कि उन्होंने बिना घबराए और चिंता किए यह बात गर्व से मेरे सामने रखी। चाहे जो भी हो, लेकिन जिस तरह से मेरे मम्मी-पापा ने मुझे पाल-पोसकर बड़ा किया, वही मेरे सबकुछ हैं। मैं उनको ही अपना असली परिवार मानूंगा। दरअसल, होता क्या है कि इंसान के फेमस होने के साथ 100 तरह की बातें होने लगती हैं। अगर एक बार आप खुद ही चीजों को खुलकर स्वीकार कर लेंगे तो दूसरों के पास कहने के लिए कुछ नहीं बचेगा।